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Amazon बना रहा नए स्मार्ट ग्लासेस, पहनने के बाद आंखों के सामने होंगे सारे रास्ते! - AMAZON ECHO FRAMES

अपने डिलीवरी ड्राइवरों को तेजी और आसानी से नेविगेट करने के लिए Amazon ने स्मार्ट ग्लास (चश्मे) पर काम कर रहा है.

Amazon Echo Frames
अमेज़न इको फ्रेम्स (फोटो - Amazon)

By ETV Bharat Tech Team

Published : Nov 12, 2024, 1:00 PM IST

हैदराबाद: Amazon अपने डिलीवरी ड्राइवरों को ज़्यादा तेज़ी और आसानी से नेविगेट करने में मदद करने के लिए एक नए स्मार्ट ग्लास (चश्मे) को विकसित करने पर काम कर रहा है. इसकी जानकारी रॉयटर्स की एक रिपोर्ट में सामने आई है. ये ग्लास ड्राइवरों को एक छोटी स्क्रीन पर स्टेप-बाई-स्टेप दिशा-निर्देश देंगे, जिससे उन्हें इमारतों और आस-पास के इलाकों में अपना रास्ता ढूंढ़ने और पैकेज को तेज़ी से डिलीवर करने में आसानी होगी.

इस ग्लास को 'अमेलिया' कोड नाम दिया गया है और ये चश्मे ड्राइवरों को ठीक-ठीक बताएंगे कि उन्हें कहां जाना है. यहां तक कि अपार्टमेंट की इमारतों के अंदर या गेट के आस-पास जैसी मुश्किल जगहों पर भी ये ग्लास उनकी मदद करेंगे. ये ड्राइवरों को डॉग्स या बंद गेट जैसी बाधाओं के बारे में भी चेतावनी दे सकते हैं.

ड्राइवरों के हाथों को GPS डिवाइस का इस्तेमाल करने से मुक्त करके, ये चश्मे उन्हें ज़्यादा पैकेज ले जाने और ज़्यादा कुशलता से डिलीवर करने में मदद करेंगे. हर दिन लाखों पैकेज डिलीवर करने के साथ, Amazon को उम्मीद है कि हर स्टॉप पर कुछ सेकंड की बचत भी एक बड़ा बदलाव ला सकती है.

यह कदम डिलीवरी लागत में कटौती करने के Amazon के प्रयास का हिस्सा है, विशेष रूप से इसलिए, क्योंकि उसे वॉलमार्ट से अधिक प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है, जो व्यस्त छुट्टियों के मौसम के दौरान अपने डिलीवरी ड्राइवरों को नए प्रोत्साहन दे रहा है.

ग्राहकों के दरवाज़े तक सामान पहुंचाना इस प्रक्रिया का सबसे जटिल और महंगा हिस्सा है. पिछली तिमाही में अमेज़न की डिलीवरी लागत बढ़कर 23.5 बिलियन डॉलर हो गई, इसलिए यह ज़्यादा कुशल होने के तरीकों पर काम कर रही है. कंपनी ने डिलीवरी वैन के अंदर स्कैनर का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है, ताकि ड्राइवरों को पैकेज तेज़ी से ढूंढ़ने में मदद मिल सके.

लेकिन ध्यान देने वाली बात यह है कि अपनी क्षमता के बावजूद, ये स्मार्ट ग्लास अभी तैयार नहीं हैं. Amazon को ऐसी बैटरी बनाने जैसी समस्याओं को हल करने पर काम करना है, जो पूरे दिन चल सके और साथ ही ग्लास को हल्का और आरामदायक बनाए रखे. इसके अलावा कंपनी को आस-पड़ोस और डिलीवरी स्पॉट के विस्तृत नक्शे भी इकट्ठा करने हैं, जिसमें सालों लग सकते हैं.

एक और संभावित समस्या ड्राइवरों को चश्मा पहनने के लिए राजी करना है, जो कुछ लोगों को असहज या विचलित करने वाला लग सकता है. हो सकता है कि Amazon अंततः ड्राइवरों को चश्मा पहनने के लिए बाध्य करे, खासकर इसलिए क्योंकि उसके कई ड्राइवर थर्ड-पार्टी कंपनियों के लिए काम करते हैं, जिनके साथ अमेज़न अनुबंध करता है.

आपको बता दें कि नए डिलीवरी ग्लास Amazon के पहले के Echo Frames पर आधारित हैं. ये स्मार्ट ग्लास यूजर्स को ऑडियो सुनने और Alexa को वॉयस कमांड देने जैसे फीचर्स के साथ आते हैं. हालांकि, Echo Frames अब तक बहुत लोकप्रिय नहीं रहे हैं. कुछ रिपोर्ट्स की मानें तो लेटेस्ट मॉडल के 10,000 से भी कम जोड़े बिके हैं, हालांकि Amazon इस पर विवाद करता है.

रिपोर्ट्स में यह भी सामने आया है कि Amazon 2026 तक इसी तरह की स्क्रीन के साथ Echo Frames का नया संस्करण लाने की योजना बना रहा है. हालांकि इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि ये चश्मा कभी लॉन्च होगा या नहीं. अगर Amazon तकनीक या बैटरी को सही नहीं कर पाता है, तो इस प्रोजेक्ट में देरी हो सकती है या कंपनी इसे रद्द भी कर सकती है.

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