लखनऊ :प्रदेश सरकार ने बच्चों को बीमारियों से बचाने के लिए लगाए जाने वाले टीकाकरण में बड़ी उपलब्धि हासिल की है. योगी सरकार की मॉनिटरिंग का ही असर है कि प्रदेश में अप्रैल से दिसंबर 23 तक पूर्ण प्रतिरक्षण कवरेज का राज्य औसत 96.45 प्रतिशत रहा. जबकि, इसमें जनवरी और फरवरी का आंकड़ा शामिल नहीं है. वहीं, प्रदेश के कुछ जिलों ने टीकाकरण की विभिन्न डोज लगाने में शत-प्रतिशत का लक्ष्य हासिल किया है. ऐसे जिलों की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सराहना करते हुए शेष जिलों को लक्ष्य हासिल करने के निर्देश दिया है.
41 लाख से अधिक बच्चों को किया गया टीकाकरण : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर प्रदेश भर में बच्चों को विभिन्न टीके की डोज लगाने के लिए अभियान चलाया जाता है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उच्च स्तरीय बैठक में टीकाकरण कार्यक्रम को और तेज करने के निर्देश दिये थे. साथ ही विभिन्न टीकाकरण की डोज को शत-प्रतिशत लक्ष्य हासिल करने को कहा था. इसी क्रम में प्रदेश का अप्रैल से दिसंबर-23 तक पूर्ण प्रतिरक्षण कवरेज का राज्य औसत 96.45 प्रतिशत है. वहीं, हेपेटाइटिस बी. बर्थ डोज का राज्य औसत 71.21 प्रतिशत, एमआर का राज्य औसत 93.87 प्रतिशत और टीडी-10 का राज्य औसत 99.69 है. यह डाटा विभाग के एचएमआईएस पोर्टल पर दर्ज है. बता दें कि योगी सरकार ने वित्तीय वर्ष 2023-24 में 42,93,472 बच्चों के टीकाकरण का लक्ष्य निर्धारित किया था. इसके सापेक्ष दिसंबर तक 41,41,003 बच्चों का टीकाकरण किया जा चुका है. इनमें प्रदेश के 20 जिलों ने शत-प्रतिशत लक्ष्य को प्राप्त किया है, जिसमें से टॉप फाइव जिलों में गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद, अमरोहा, मऊ और सहारनपुर शामिल हैं.
सीएम ने लगाई फटकार :बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समक्ष धीमी गति से टीकाकरण करने वाले पांच खराब जनपदों की सूची प्रस्तुत की गई थी. इसमें ललितपुर, सिद्धार्थनगर, भदोही, जालौन और सोनभद्र शामिल हैं. इनका टीकाकरण प्रतिशत 69.51 से लेकर 81.14 प्रतिशत रहा. इस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फटकार लगाते हुए शत-प्रतिशत टीकाकरण के लक्ष्य को प्राप्त करने के निर्देश दिए थे. ऐसे में सीएम के निर्देश के बाद इन जिलों में टीकाकरण अभियान को तेज कर दिया गया है. साथ ही छूटे-ड्राप आउट बच्चों का शत-प्रतिशत टीकाकरण कराते हुए डाटा एचएमआईएस पोर्टल पर दर्ज करने के निर्देश दिए हैं. वित्तीय वर्ष 2023-24 में दिसंबर तक प्रदेश में कुल 29,44,433 बच्चों ने जन्म लिया. इनमें से राजकीय प्रसव केंद्रों पर 27,85,207 शिशुओं ने जन्म लिया, जिनमें से 19,83,224 शिशुओं को हेपेटाइटिस बी बर्थ की डोज दी गई. जबकि, शेष किन्हीं कारणों से छूट गए. इस पर संबंधित से जवाब-तलब किया गया है.