पंचकूला: सेक्टर-6 सिविल अस्पताल की तीसरी मंजिल स्थित स्पेशल न्यूबोर्न केयर यूनिट (निक्कू) वार्ड से महिला नीचे गिर गई थी. जिसका इलाज जारी है. इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) के पदाधिकारी मामले की जांच कर रहे हैं. IMA के पदाधिकारियों ने सुबह सिविल अस्पताल पहुंचकर चीफ मेडिकल ऑफिसर एवं गायनी वार्ड की चेयरपर्सन डॉक्टर मुक्ता समेत पीएमओ डॉक्टर उमेश मोदी से पूछताछ की.
निक्कू वार्ड के कर्मचारियों समेत अन्य स्टाफ के बयान दर्ज: सिविल अस्पताल-6 की सीएमओ डॉक्टर मुक्ता, पीएमओ डॉक्टर उमेश मोदी समेत बोर्ड का डॉक्टर्स ने मामले की पड़ताल की. इस दौरान बोर्ड ऑफ डॉक्टर्स ने सभी कर्मचारियों के बयान रिकॉर्ड किए. इन कर्मचारियों में निक्कू वार्ड समेत सिक्योरिटी गार्ड और स्टाफ के अन्य कर्मचारी शामिल रहे. हर कर्मचारी ने मामले से जुड़ी जानकारी व बोर्ड ऑफ डॉक्टर्स के सवालों के जवाब दिए.
सीसीटीवी में शाम 6 बजे निक्कू वार्ड में जाती दिखी काजल: सीसीटीवी में कैद रिकॉर्डिंग के अनुसार काजल अपनी नवजन्मी बच्ची को दूध पिलाने के लिए 4 अप्रैल की शाम 6 बजे निक्कू यूनिट में जाती दिखाई दी. अस्पताल प्रबंधन व सीसीटीवी कक्ष के कर्मचारियों के अनुसार इसके बाद कोई भी ऐसी फुटेज सामने नहीं आई है, जिसमें काजल निक्कू यूनिट से बाहर आती हुई दिखी हो.
ऐसा लग रहा है कि इस तथ्य के अनुसार जो भी घटित हुआ वह निक्कू वार्ड के अंदर ही हुआ. हालांकि अनुमान यह भी है कि यदि काजल निक्कू वार्ड से बाहर आई होगी तो हो सकता है उस दौरान किसी तकनीकी समस्या के कारण सीसीटीवी कैमरे वर्किंग न रहे हों. लेकिन सीसीटीवी कक्ष के कर्मचारियों के अनुसार सीसीटीवी कैमरों में हर समय की रिकॉर्डिंग मौजूद है.
काजल के भाइयों ने कहा- तीसरी मंजिल से नहीं गिरी काजल: अस्पताल में मौजूद काजल के भाइयों व अन्य परिजनों ने कहा कि वह निक्कू यूनिट से नीचे नहीं गिरी है. उनके अनुसार यदि काजल तीसरी मंजिल स्थित निक्कू यूनिट से नीचे गिरती, तो चोट लगने पर उसके शरीर से खून भी निकलता और जान जाने का भी खतरा था. हालांकि काजल की जांघ में दो फ्रैक्चर, बाजू और सिर के पिछले हिस्से में भी गंभीर चोट लगी है. लेकिन परिवार यह मानने को तैयार नहीं है कि काजल तीसरी मंजिल से नीचे गिरी.