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क्या है सनातन बोर्ड, देवकीनंदन ठाकुर समेत संत क्यों उठा रहे मांग, महाकुंभ में होगा अहम फैसला - UP NEWS

महाकुंभ में 27 जनवरी को धर्म संसद में उठेगी गठन की मांग. सभी 13 अखाड़े लेंगे भाग.

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महाकुंभ में 27 जनवरी को होगा धर्म संसद का आयोजन. (photo credit: Devkinandan Thakur Ji X post.)

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jan 18, 2025, 8:02 AM IST

Updated : Jan 18, 2025, 8:08 AM IST

प्रयागराजःइन दिनों सनातन बोर्ड के गठन की मांग सुर्खियों में हैं. देवकीनंदन ठाकुर समेत लगातार कई संत इसके गठन की मांग उठा रहे हैं. अब सवाल उठता है कि आखिर यह बोर्ड है क्या और किस तरह काम करेगा. आखिर इसका गठन क्यों जरूरी बताया जा रहा है. इस बोर्ड के गठन को लेकर महाकुंभ में 27 जनवरी को धर्म संसद में अहम चर्चा होने जा रही है. इसमें इस बोर्ड से जुड़ी कई महत्वपूर्ण जानकारियां सामने आ सकती है.


कब उठी थी मांगःबीते वर्ष कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर ने सनातन बोर्ड के गठन की मांग उठाई थी. वह अपनी कथाओं में लगातार देश के मठों और मंदिरों को सरकारी नियंत्रण से मुक्त करने और सनातन बोर्ड द्वारा मठों और मंदिरों के संचालन का जिम्मा उठाए जाने की मांग कर रहे हैं. वह मांग कर रहे हैं कि यह बोर्ड शंकाराचार्य और संतों के आधीन होना चाहिए ताकि मठों और मंदिरों का संचालन संतों के हाथ में ही रहे और मंदिरों की व्यवस्थाओं को अच्छे से संचालित किया जा सके. बीते वर्ष 16 नवंबर को दिल्ली में हुई धर्म संसद में वक्फ बोर्ड की तर्ज पर सनातन बोर्ड के गठन की मांग के साथ ही कृष्ण जन्मभूमि निर्माण और तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद में मिलावट करने वालों पर कठोर कार्रवाई की मांग की गई थी. इस दौरान जगद्‌गुरु शंकराचार्य स्वामीश्री सदानन्द सरस्वती समेत कई संत मौजूद थे.

महाकुंभ में धर्म संसद की तैयारी अंतिम चरण में. (photo credit: etv bharat)


तिरुपति प्रसादम मामले के बाद उठी थी मांगःदेवकीनंदन ठाकुर ने बीते वर्ष तिरुपति के प्रसाद में मिलावट सामने आने के बाद इस बोर्ड की मांग उठाई थी. इसमें उन्होंने ऐसे मंदिरों को सरकारी नियंत्रण से मुक्त किए जाने औऱ सनातन बोर्ड के आधीन किए जाने की मांग उठाई थी. इसी के बाद से सनातन बोर्ड के गठन का मामला काफी चर्चा में आ गया था.

महाकुंभ में धर्म संसद की तैयारी तेज. (photo credit: etv bharat)


कैसे होगा गठनः बीते दिनों अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी ने महाकुंभ में इस बोर्ड के गठन के स्वरूप को लेकर कहा था कि इस बोर्ड में देश के सभी मठों और छोटे-छोटे मंदिरों से जुड़े संतों और महंतों की राय शामिल की जाएगी. इसके बाद इस बोर्ड का गठन किया जाएगा. इसके बाद सर्वसम्मति से इसका अध्यक्ष चुना जाएगा. बोर्ड का मुख्य काम मठों और मंदिरों का बेहतर संचालन और सनातन धर्म का प्रसार होगा. इस बोर्ड से देश के सभी 13 अखाड़ों के संत जुड़ेंगे.

महाकुंभ में 27 जनवरी को यहां होगा धर्म संसद का आयोजन. (photo credit: etv bharat)
सनातन संरक्षण परिषद को मानने से किया इनकारः महाकुंभ में बीते दिनों अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी ने अविमुक्तेश्वरानंद के सनातन संरक्षण परिषद को मानने सेइनकार कर दिया था. उन्होंने कहा था कि अखाड़ा परिषद इसे मान्यता नहीं देता है. उन्होंने कहा था कि सनातन बोर्ड का गठन सर्वसम्मति से किया जाएगा. अखाड़ा परिषद उसी बोर्ड को संचालित करेगा.


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धर्म संसद में होगी चर्चाःमहाकुंभ में 27 जनवरी को धर्म संसद का आयोजन होने जा रहा है. इसमें तेरह अखाड़ो के प्रतिनिधियों के साथ ही प्रमुख धर्माचार्य भी शामिल होंगे. इसमें सनातन बोर्ड के गठन को लेकर विचार विमर्श किया जाएगा. तैयारियों को देखने वाले अंतरिक्ष शुक्ला का कहना है कि महाकुंभ मेले के सेक्टर 17 में नगबासुकी मार्ग संगम लोवर चौराहे पर बने शांति सेवा शिविर में 27 जनवरी को धर्म संसद का आयोजन होगा.


50 हजार संतों के भाग लेने की संभावनाःसंत देवकीनंदन ठाकुर के शिविर में होने वाली इस सनातन धर्म संसद के लिए पांडाल में सभी तैयारियों को तेज गति से किया जा रहा है. शांति सेवा शिविर में पांडाल में मंच भी बनाया जा रहा है. इसके साथ ही पांडाल के अंदर करीब 50 हजार से अधिक लोगों के बैठने की व्यवस्था की जा रही है.


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Last Updated : Jan 18, 2025, 8:08 AM IST

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