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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Jan 30, 2024, 7:43 PM IST

Updated : Jan 30, 2024, 7:55 PM IST

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सिस्टम से निराश ग्रामीण खुद बना रहे चेकडैम, श्रमदान कर पानी की कर रहे व्यवस्था

building check dam by donating Sramdan. सिस्टम से निराश ग्रामीणों ने जब देखा की उनके लिए प्रशासन कोई कदम नहीं उठा रहा है तो उन्होंने अपने खेतों में पानी की व्यवस्था खुद करने की ठानी. इसके लिए ग्रामीण एकजुट होकर श्रमदान से चेकडैम का निर्माण कर रहे हैं.

building check dam by donating Sramdan
building check dam by donating Sramdan

किसान का बयान

दुमका:करते हैं संगठन में शक्ति है, एकता में बल है. कुछ ऐसा ही देखने को मिल रहा है जरमुंडी प्रखंड के पेटसार गांव में. यहां के ग्रामीणों ने अपने खेत में पानी के लिए प्रशासन और जनप्रतिनिधियों से निवेदन किया. लेकिन काम न होता देख सभी ग्रामीणों ने मिलकर श्रमदान किया और चेकडैम का निर्माण शुरू कर दिया.

दुमका जिले के जरमुंडी प्रखंड के पेटसार-नामीवरण गांव के ग्रामीण एकजुट होकर अपनी समस्या के समाधान में लग गए हैं. दरअसल पेटसार गांव के लोगों की आजीविका का एक बड़ा साधन उनकी कृषि योग्य भूमि है. इसमें खेती कर अपना जीवकोपार्जन करते हैं, लेकिन हाल के दिनों में कम बारिश की वजह से उनके समक्ष सिंचाई की समस्या खड़ी हो गई है. बगल से मोतीहारा नदी भी बहती है पर चेकडैम नहीं होने की वजह से सारा पानी बह कर निकल जाता.

ग्रामीणों ने अपनी इस समस्या को काफी दिनों प्रशासन के अधिकारियों के साथ-साथ स्थानीय जनप्रतिनिधि के सामने रखा पर उनकी समस्या पर किसी ने ध्यान नहीं दिया. इस संबंध में पहल नहीं किए जाने से यहां ग्रामीण-किसान निराश होकर आपसी सहयोग से चेकडैम बनाने का बीड़ा उठाया है. इसी निर्णय के साथ आज मंगलवार से ग्रामीणों ने नींव खुदाई का कार्य प्रारंभ कर दिया है. इस काम में लगभग 150 परिवार के लोग लगे हुए हैं.

क्या कहते हैं किसान:चेक डैम निर्माण कार्य की अगुवाई करने वाले शीतल माझी का कहना है कि इस चेकडैम का निर्माण हो जाने से पेटसार-नामीवरण के अलावा अन्य गांव के किसानों को रबी और खरीफ फसल की खेती में सिंचाई की सुविधा प्राप्त होगी. जिससे उनके फसल में इजाफा हो सकेगा. रमाकांत शर्मा का कहना है कि इस चेकडैम के निर्माण से पानी के अभाव में अन्य परती जमीन जो बेकार रह जाता था उस भी खेती हो सकेगा.

वहीं, प्रगतिशील किसान के रूप में पहचान बनाने वाले जयप्रकाश मंडल जिन्हें कुछ वर्ष पूर्व रघुवर सरकार में आधुनिक खेती का गुर सीखने इजरायल भी भेजा गया था, कहते हैं कि ग्रामीणों को पानी के लिए काफी समस्या का सामना करना पड़ता है. इन्हें सिंचाई की सुविधा नहीं मिल पा रही है. इन्होंने प्रशासन और जनप्रतिनिधि से निवेदन भी किया था. काम न होता देख मंगलवार से इन्होंने खुद से चेकडैम बनाने का काम शुरू कर दिया. इसके लिए श्रमदान के साथ राशि के लिए पूरे गांव के लोगों से सहयोग लिया जा रहा है.

क्या कहते हैं उप विकास आयुक्त:ग्रामीणों के द्वारा जब इस बात की जानकारी दी गई की श्रमदान के माध्यम से वे चेकडैम बना रहे हैं तो उप विकास आयुक्त अभिजीत सिन्हा ने वे तीन दिनों के अंदर वहां पहुंचेंगे. इसके साथ ही बुधवार को जरमुंडी प्रखंड विकास पदाधिकारी को पेटसार गांव स्थिति का जायजा लेने के लिए भेजा जाएगा.

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Last Updated : Jan 30, 2024, 7:55 PM IST

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