वाराणसी :बनारस में बढ़ रही भीड़ और प्रॉपर्टी के बढ़ रहे रेट के साथ ही लोग बनारस में अपने सपने का आशियाना लेने के साथ अपने बिजनेस को भी यहां एस्टेब्लिश करना चाह रहे हैं, लेकिन बनारस की सीमा काफी संकुचित हो रही है. छोटे एरिया में बसा बनारस अब तेजी से ग्रामीण क्षेत्र तक विकसित होने की तैयारी में है. इसे लेकर वाराणसी विकास प्राधिकरण की महायोजना 2031 संशोधन के साथ बनारस की वर्तमान स्थिति को बदलने के लिए प्लान तैयारकिया है. पिछले दिनों इस प्लान में तमाम विसंगतियों को दूर करने के लिए तमाम संशोधन किए गए. इसमें एक तरफ जहां हेरिटेज जोन में निर्माण को लेकर रास्ते खुले तो वहीं अब वाराणसी के रिंग रोड और हाईवे पर कनेक्टिविटी के साथ ही रिहायशी और काॅमर्शियल दोनों एक्टिविटी को बढ़ाने की तैयारी शुरू हो गई है.
वाराणसी विकास प्राधिकरण के नगर नियोजक प्रभात कुमार ने बताया कि वाराणसी के विस्तार को लेकर चल रहे प्लान के तहत अब बहुत से प्लान तैयार किया जा रहे हैं. हाल ही में लोकल बॉडी मीटिंग में इन सभी चीजों को मंजूरी मिल गई है. मंजूरी के बाद महायोजना 2031 को लेकर काम और तेज कर दिया गया है. सबसे बड़ी बात यह है कि इस प्लान के बाद जो बनारस से सटे जिले हैं. उनको भी इसका बड़ा फायदा मिलने जा रहा है.
सबसे बड़ा फायदा वाराणसी एयरपोर्ट रोड पर डेवलपमेंट के कामों को मिलेगा. पहले यह हिस्सा डेवलपमेंट के मामले में काफी पीछे रह रहा था. तमाम कनेक्टिविटी होने के बाद भी इसके डेवलपमेंट को लेकर प्लान बनाना मुश्किल था, लेकिन अब इस पर विकास की पर डेवलपमेंट हो सकेगा.
प्रभात कुमार ने बताया कि महायोजना में हुए संशोधन के बाद एयरपोर्ट रोड या जिसे हम रिंग रोड कह रहे हैं उसके दोनों तरफ 500 मीटर तक हम मिश्रित भू प्लान को मंजूरी दी है. वहां पर बिजनेस बिल्डिंग, कमर्शियल कंपलेक्स, ऑफिस कंपलेक्स या मल्टीप्लेक्स, शोरूम्स या कमर्शियल प्रतिष्ठान यहां आने की संभावना बढ़ गई है. जिसकी वजह से यहां की इकोनॉमी मजबूत होगी और वहां के क्षेत्र को रोजगार भी मिलेगा.