देहरादून: इंदिरा सिक्योरिटी के नाम पर राष्ट्रीय घोटाले में दो आरोपियों को एसटीएफ की टीम ने दिल्ली से गिरफ्तार किया है. दरअसल फर्जी जीएसटी फॉर्म और फर्जी इंपोर्ट एक्सपोर्ट कोड घोटाला करने का मामला सामने आया था. आरोपियों ने अनेक संदिग्ध फर्जी फॉर्म को पंजीकृत किया था. इससे पहले भी इसी केस में एम2एम सिम के माध्यम से अपराध का राष्ट्रीय सुरक्षा का मामला सामने आया था.
देहरादून निवासी व्यक्ति से 80 लाख की ठगी:बता दें कि कुछ दिन पहले साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में देहरादून निवासी एक व्यक्ति ने शिकायत दर्ज कराई थी कि पीड़ित फेसबुक के जरिए एक व्हाट्सएप ग्रुप में ऐड था. जिसमें स्टॉक ट्रेडिंग के बारे में जानकारी दी जा रही थी. इसके बाद अज्ञात व्यक्तियों द्वारा पीड़ित से संपर्क कर खुद को इंदिरा सिक्योरिटी कंपनी से बताकर ट्रेडिंग के लिए पीड़ित का खाता खुलवाया और अन्य व्हाट्सएप ग्रुप “INDIRA Customer care- A303” में ऐड कर एप डाउनलोड करने के लिए लिंक दिया. स्टॉक ट्रेडिंग में निवेश कर लाभ कमाने के नाम पर पीड़ित से अलग-अलग तारीखों में अलग-अलग लेन देन के माध्यम से कुल 80,00,000 रुपये की धोखाधड़ी की गई. पुलिस ने तहरीर मिलने के बाद केस दर्ज कर लिया है.
मामले में पहले मुदस्सिर मिर्जा नाम का आरोपी हो चुका गिरफ्तार:बता दें कि पहले इस मुकदमे में जांच में आया था की जिन मोबाइल नंबरों से पीड़ित को व्हाट्सएप कॉल की गई थी वह XENO TECHNOLOGY के नाम से मुदस्सिर मिर्जा निवासी तुर्कमान गेट चांदनी महल दिल्ली द्वारा प्राप्त किए गए थे. जिसकी तलाश में एक एसटीएफ टीम को दिल्ली भेजा गया, तभी स्थानीय स्तर पर टीम द्वारा जानकारी करने के बाद मुदस्सिर मिर्जा को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया. आरोपी मुदस्सिर मिर्जा के कब्जे से लगभग 3000 सिम बरामद हुई हैं, जिनके जरिए कॉर्पोरेट आईडी के नाम पर हजारों सिम ISSUE कराई गई थी. जिनका प्रयोग आरोपी व्हाटसएप पर अपने बिजनेस की मार्केटिंग करने के लिए करता था.
मामले में दीपक अग्रवाल और गौरव गुप्ता गिरफ्तार:आरोपी मुदस्सिर मिर्जा ने बताया कि उसने मुंबई और बोरीवली में एक ऑफिस किराये पर लिया है और अपनी कॉर्पोरेट आईडी पर अलग-अलग समय पर एयरटेल से कुल 29,000 सिम और वोडाफोन-आइडिया के 16000 सिम कार्ड खरीदी गई हैं. वह इन सिम कार्डों को अपने अलग-अलग एजेटों को वितरित करता था. आरोपी द्वारा आगे की महत्वपूर्ण जानकारियां दी गई. जिस पर कार्रवाई के लिये एसटीएफ की टीमों को अलग-अलग स्थानों पर रवाना किया गया. उसके बाद अब एसटीएफ की टीम ने मामले में दो और आरोपी दीपक अग्रवाल और गौरव गुप्ता को आईटीओ दिल्ली से गिरफ्तार किया.