लखनऊ: उत्तर प्रदेश स्टेट इंस्टिट्यूट ऑफ़ फॉरेंसिक साइंसेज अगले सत्र 2024 25 से फॉरेंसिक के विभिन्न विषयों में पीएचडी कोर्स शुरू करने की तैयारी कर रहा है. इसके साथ ही संस्थान में सत्र से स्नातक और परास्नातक स्तर पर भी कई कोर्स (PhD and B Tech courses will start) शुरू करने जा रहा है. संस्थान ने सत्र से बीटेक सिक्योरिटी, बीएससी-एमएससी फॉरेंसिक साइंस (इंटीग्रेटेड कोर्स), बीएससी एलएलबी, एमटेक आर्टिफिशियल इंजीनियरिंग एंड मशीन लर्निंग (एआई एंड एमएल), एमएससी फॉरेंसिक साइंस और आईआईएम स्पेशलाइजेशन इन फॉरेंसिक साइंस एंड साइबर लॉ के कोर्स शुरू करेगा.
इन सभी पाठ्यक्रमों के लिए हर विषय के लिए स्नातक स्तर पर 40 सीटें और परास्नातक लेवल पर 20 सीटें निर्धारित की गई हैं. यह जानकारी संस्थान के निदेशक डॉक्टर जी के गोस्वामी ने दी. उन्होंने बताया कि इन सभी विषयों की फीस नेशनल फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी के बराबर ही रखी गई है.
नौकरी पेशा लोगों के लिए शुरू होंगे ऑनलाइन कोर्स: डॉक्टर जी के गोस्वामी ने कहा कि इंस्टिट्यूट में विभिन्न विषयों में शोध कार्य के साथ ही पीएचडी की डिग्री भी दी जाएगी. इंस्टिट्यूट में मौजूद शिक्षकों को यूजीसी के नियमों अनुसार पीएचडी की सीट का निर्धारण होगा. उसी के आधार पर इंस्टिट्यूट में सीटें तय होंगी. निदेशक ने बताया कि बीते वर्ष जो कोर्स पीजी डिप्लोमा के कोर्स रेगुलर शुरू हुए थे. उसे अगले सत्र से ऑनलाइन कर दिया जाएगा. इसके अलावा और डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्स भी नेशनल फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी के आधार पर नौकरी पेशा लोगों के लिए ऑनलाइन शुरू किया जाएगा.
नेशनल फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी में पहले से इस तरह के कई कोर्स संचालित हो रहे हैं. इससे उन सरकारी कर्मचारी, पुलिस अधिकारी, वकील, जज आदि को भी यह कोर्स करने का मौका मिलेगा, जो रेगुलर इसकी पढ़ाई नहीं कर सकते हैं. उनके लिए यह काफी उपयोगी होगा. यह कोर्स उनके लिए ही डिजाइन किया गया है.
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