बुलंदशहर :उत्तर प्रदेश के बुलन्दशहर में हुए फूफा-भतीजा हत्याकांड का खुलासा पुलिस ने किया है. पुलिस ने जघन्य हत्याकांड को अंजाम देने के आरोप में 2 लोगों को गिरफ्तार किया है. हत्या रुपयों के लेन देन और चमत्कारी सिक्कों को लेकर की गई थी. पुलिस ने दावा किया है कि कथित चमत्कारी सिक्के हासिल करने के लिए आरोपी ऋषभ ने अपने दोस्त के साथ मिलकर हत्या की थी. पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर हथियार भी बरामद कर लिया है.
एसएसपी श्लोक कुमार ने बताया 31 मार्च को राजीव गर्ग पुत्र बालकिशन गर्ग निवासी 141 ब्रहम्पुरी थाना कोतवाली नगर अपने फूफा सुधीर अग्रवाल पुत्र इंद्रसैन निवासी डीसीएम वाली गली गांधी चौक बुलन्दशहर के साथ एआरटीओ आफिस के पास स्थित जनसेवा केन्द्र से किसी कार्य के लिए निकले थे, लेकिन घर नहीं पहुंचे. 1अप्रैल को राजीव गर्ग व सुधीर अग्रवाल के शव थाना कोतवाली देहात क्षेत्रान्तर्गत अडौली नहर के पास मिले थे.
तकनीकी साक्ष्यों व दो सौ सीसीटीवी कैमरों की सहायता से जांच की गई तो राजीव के नौकर ऋषभ और उसके दोस्त तनु का नाम प्रकाश में आया. उन्हें स्वाट टीम व थाना कोतवाली देहात पुलिस टीम ने हिरासत में लेकर पूछताछ की. पूछताछ में अभियुक्तों की निशादेही पर अडौली नहर से आलाकत्ल चाकू, स्कूटी, मोबाइल फोन बरामद किया गया. पूछताछ में पता चला कि आरोपी ऋषभ राजीव गर्ग के जनसेवा केन्द्र पर कार्य करता है. राजीव पर उसके 80 हजार रुपये उधार थे तथा कुछ महीने का वेतन भी नहीं मिला था.
राजीव से उसने कई बार अपने रुपये मांगे थे, लेकिन वह दो-चार दिन में देने की बोलकर टाल देता था. करीब डेढ़ माह पहले दोनों में इसी बात को लेकर कहासुनी हो गई थी. इस बात को लेकर वह बेहद आक्रोशित था. इसी बीच राजीव के पास आने वाले लोग किसी रहस्यमयी सिक्के के बारे में बाते करते रहते थे और उसे देश व विदेश में बेचने के लिए बातें की जाती थी. इन लोगों का यह अन्धविश्वास था कि इस सिक्के की सहायता से मौसम को बदला जा सकता है. वर्षा भी कराई जा सकती है और मनचाही इच्छा पूरी की जा सकती है. दुनिया में इस प्रकार के कुल 26 सिक्के हैं. इन्हीं सिक्कों की लालच में ऋषम ने अपने दोस्त तनु के साथ मिलकर राजीव को मारने की योजना बनाई.