उज्जैन :मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है "मध्य प्रदेश सरकार चिकित्सा शिक्षा, चिकित्सा सेवा के लिए लगातार गंभीर है. उज्जैन संभाग में मेडिकल कॉलेज कायदे से बहुत पहले बन जाना चाहिए थे. साल 1959 में उज्जैन में मेडिकल कॉलेज की मांग की गई थी. इस मांग को लेकर उज्जैन 3 दिन तक बंद रहा. कांग्रेस सरकार ने इस मांग को गंभीरता से नहीं लिया. बीते 20 साल से जब से बीजेपी सरकार सत्ता में आई तो प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं के मामले में काफी काम किया गया है."
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने दिया उज्जैन को नायाब तोहफा, 65 साल का इंतजार खत्म
मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव उज्जैन में मेडिकल कॉलेज का भूमिपूजन 21 नवंबर को करेंगे. मेडिकल कॉलेज मेडिसिटी की तर्ज पर काम करेगा.
By ETV Bharat Madhya Pradesh Team
Published : 4 hours ago
मुख्यमंत्री ने कहा "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे देश के अंदर चिकित्सा के क्षेत्र में आयुष विभाग के माध्यम से एक अलग प्रकार का कॉन्सेप्ट दिया है. मध्यप्रदेश में पिछले 20 साल में क्रांतिकारी कदम उठाए गए. मध्य प्रदेश में 2004-05 में 5 मेडिकल कॉलेज थे और 2024 में 17 सरकारी मेडिकल कॉलेज हैं और 8 पाइपलाइन में हैं. उज्जैन का मेडिकल कॉलेज नए कांसेप्ट में मेडिसिटी की तर्ज पर काम करेगा. यहां पर न केवल मेडिकल कॉलेज रहेगा बल्कि मेडिकल कॉलेज के साथ ही सभी प्रकार के नर्सिंग, पैरामेडिकल स्टाफ होगा."
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भूमिपूजन की तैयारियां, कलेक्टर ने किया निरीक्षण
स्टाफ क्वार्टर, डॉक्टर क्वार्टर, प्रशासनिक भवन, नए अनुसंधान का भविष्य का कैंपस यह अपने आप में एक पूरी कल्पना है, जो मेडिसिटी में होना चाहिए. बता दें कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव उज्जैन में 21 नवंबर को चिकित्सा महाविद्यालय का भूमिपूजन करेंगे. चरक अस्पताल के सामने सामाजिक न्याय परिसर में कार्यक्रम स्थल पर तैयारियां जारी हैं. वहीं, कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने कार्यक्रम को लेकर अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए हैं. कलेक्टर ने कार्यक्रम स्थल तक पहुंच मार्ग का निरीक्षण भी किया.