प्रयागराजः बड़े बड़े बैंक जिस काम को करने के लिए भारी भरकम स्टॉफ रखते हैं वह काम इस महिला ने अकेले दम पर कर दिखाया है. इस महिला की उपलब्धि ने पीएम मोदी को भी मुरीद कर दिया. इसी के चलते बीते दिनों पीएम मोदी ने इस महिला को सम्मानित भी किया था. हम बात कर रहे हैं बीसी सखी रीना कुमारी के बारे में. चलिए आगे जानते हैं आखिर उन्होंने कौन सी उपलब्धि हासिल की है.
रीना कुमारी ने कड़ी मेहनत से खुद को साबित किया. (video credit: etv bharat) 2021 में शुरू किया कामःप्रयागराज के हंडिया विधानसभा के नेवादा खेरुआ गांव की रहने वाली बीसी सखी रीना कुमारी ने 2021 में अपना काम शुरू किया था. वह गांव-गांव जाकर महिलाओं को खाते खुलवाने के लिए प्रेरित करने लगी. शुरुआत में उन्हें काफी समस्याओं का सामना करना पड़ा. कई बार महिलाओं ने उन्हें खाली हाथ लौटा दिया. इसके बावजूद उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और महिलाओं से लगातार संपर्क करती रहीं.
रीना कुमारी की पीएम मोदी भी कर चुके सराहना. (photo credit: etv bharat gfx) गांवों की महिलाओं के 2000 खाते खुलवाए. (photo credit: etv bharat gfx) रीना कुमारी को चलता फिरता बैंक कहा जाता है. (photo credit: etv bharat) धीरे-धीरे मिली सफलताः ग्रामीण महिलाएं धीरे-धीरे रीना कुमारी से प्रभावित हुईं. इसके साथ ही उनके बैंक खाते खुलने का सिलसिला जारी हुआ. बीते तीन साल में रीना कुमारी करीब 2000 खाते खोल चुके हैं. इन खातों का सारा लेनदेन वहीं संभालती हैं. इसके लिए उनके साथ एक सहयोग भी है. बड़े-बड़े बैंकों को वह लाखों का फायदा करा रही है साथ ही खुद भी अच्छी कमाई कर रही है. कमाल की बात है कि जिस काम को बैंकों का बड़ा-बड़ा स्टाफ नहीं कर पाता है वह काम रीना ने अकेले दम पर कर दिखाया.
पीएम मोदी कर चुके सम्मानितःमहाराष्ट्र के जलगांव में बीती 25 अगस्त को आयोजित लखपति दीदी सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथ से उन्हें सम्मान पाने का अवसर मिला था. कार्यक्रम में पीएम मोदी ने प्रयागराज की रीना कुमारी से बातचीत कर उनके काम करने के तरीके के बारे में भी पूछा था और इसके साथ ही रीना कुमारी को उज्ज्वल भविष्य के शुभकामनाएं भी दी थी. रीना कुमारी इस कार्यक्रम में पूरे उत्तर प्रदेश की तरफ से जाने वाली इकलौती बीसी सखी थी जिसको अपने काम की वजह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने का मौका मिला
रीना कुमारी ने कड़ी मेहनत के बूते बदला ग्रामीण महिलाओं का जीवन. (photo credit: etv bharat) प्रियंका चोपड़ा भी कर चुकी तारीफः इससे पहले रीना कुमारी लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम में सिने अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा से भी मिलने जा चूकी हैं.यही नहीं रीना कुमारी को उनके काम की वजह से कई अन्य सम्मान भी मिल चुके हैं.
गांव का गौरव बन गईं हैं रीना कुमारीः बीसी सखी रीना कुमारी की सराहना उनके गांव के लोग भी करते हैं. ग्राम प्रधान वीरेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि जिस मेहनत से रीना कुमारी कार्य कर रही हैं उससे उनकी ख्याति देश भर में फैल चुकी है. बीसी सखी का काम करने वाली रीना की मेहनत का ही नतीजा है कि उन्हें देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नरेंद्र मोदी ने अपने हाथ से सम्मानित किया और उनसे बातचीत भी की. ग्राम प्रधान का कहना है कि रीना ने उनके गांव के साथ ही पूरे क्षेत्र का मान बढ़ाया है और रीना कुमारी उनके गांव का गौरव बन गयी हैं.
रीना से प्रेरणा लेकर शुरू किया कामः रीना कुमारी ने जिस तरह से बीसी सखी बनकर अपने गांव के साथ ही आसपास के इलाके के लोगों का बैंक में खाता खुलवाया है.रीना के इस कार्य से जहां ग्रामीणों का बैंक में खाता खुला वहीं उनके लेनदेन की वजह से रीना की कमाई भी होने लगी.जितना तीन मेहनत करती हैं उसी के अनुसार उनकी कमाई होती थी. इसे देखकर तमाम लोगों ने रीना से जानकारी लेकर बीसी सखी का कार्य शुरू कर दिया है.रीना से ही प्रेरणा लेकर बीसी सखी का काम शुरू करने वाली सोमा मिश्रा का कहना है कि इस काम को शुरू करने से उनके पास आय का साधन हो गया है वो जितना मेहनत करती है उसी के अनुसार उनकी आय होती है. यही नहीं सोमा मिश्रा ने यह भी बताया कि रीना कुमारी को देखकर कई दूसरी महिलाओं ने भी बीसी सखी का काम शुरू किया है.
क्या-क्या कार्य करती हैं बीसी सखीः रीना ग्रामीणों के घर जाकर पैसे जमा करने के साथ ही पैसे निकालने की सुविधा देती हैं. इसके साथ ही वह घर पर ही पहुंचकर खाता खोल देती हैं. ये बीसी सखियां बैंक में पैसे जमा करवाने और निकलवाने के अलावा बीसी सखी को सीएससी आईडी मिलने के बाद बैंकिंग से जुड़ी अन्य सेवाएं भी उपलब्ध करवाती हैं.बीसी सखी सीएससी आईडी की मदद से बिजली का बिल,फसल बीमा,खसरा खतौनी की कॉपी निकालने का काम, किसान सम्मान निधि,सुकन्या समृद्धि योजना,वृद्धा पेंशन,दिव्यांग पेंशन,विधवा पेंशन,पीएम विश्वकर्मा योजना,पीएम सूर्यघर योजना के साथ ही अन्य सरकारी योजनाओं के लाभ के लिए आवेदन करने में मदद करती हैं.
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