देहरादून: एसटीएफ की टीम ने सहस्त्रधारा राजपुर रोड पर अवैध रूप से चल रहे अंतरराष्ट्रीय स्तर के कॉल सेंटर गिरोह के भंडाफोड़ किया है. टीम ने विदेशी लोगों से धोखाधड़ी करने वाले 5 आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुये मुकदमा पंजीकृत किया है. कॉल सेंटर संचालन से संबंधित उपकरण भी बरामद किए गए हैं.
अंतरराष्ट्रीय अवैध कॉल सेंटर गिरोह का भंडाफोड़: अवैध कॉल सेंटर गिरोह के आरोपी दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं. देश के अन्य राज्यों से भी आरोपियों के तार जुड़े पाए गए हैं. आरोपियों द्वारा अवैध रूप से कॉल सेंटर चलाकर यूएसए और कनाडा के नगारिकों को भ्रमित किया जाता था. पॉप-अप मैसेज के माध्यम से उनके द्वारा पोर्न वीडियो देखे जाने और उनके बैक खातों में धोखाधड़ी की बात कहते हुये उनको डराकर धनराशि की धोखाधड़ी करते थे.
अवैध कॉल सेंटर चलाने वाले 2 आरोपी अरेस्ट: एसटीएफ की टीम द्वारा सहस्त्रधारा राजपुर रोड थाना क्षेत्र के अंर्तगत माउंट व्यू कॉलोनी स्थित स्कूल के बगल में एक निजी प्लैट में बीती 6 अगस्त को छापामारी की गयी थी. उस दौरान आरोपी मौके से फरार हो गये थे. जिसके बाद आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए चेकिंग अभियान चलाया गया. 9 अगस्त को आरोपियों के देहरादून शहर से बाहर भागने की सूचना मिली. एसटीएफ ने सघन चेकिंग करके 2 आरोपियों को चौकी जोगीवाला बैरियर पर रोक लिया. मौके पर मौजूद गौतम और तनिष्क द्वारा बताया गया कि वो लोग अन्य 3 साथियों के साथ मिलकर काफी समय से दून में ही कॉल सेंटर संचालित कर रहे हैं.
यूएसए और कनाडा के नागरिकों को पोर्न के नाम पर डराते थे: उन्होंने बताया कि वो विदेशी कॉल को X-LITE डायलर के माध्यम से विदेशी कॉलर को भ्रमित करके डराते हैं. इस क्रम में यूएसए और कनाडा के नागरिकों को फर्जी POP UP डलवाकर खुद को माइक्रोसॉफ्ट और एप्पल कम्पनी से बताकर उनको डराते हैं. उनको धमकी दी जाती है कि उनके द्वारा अपने सिस्टम में पोर्न साइट देखी गयी है, जिस पर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. कार्रवाई से बचने के लिए उनसे धोखाधड़ी से धनराशि प्राप्त की जाती है. अपराध करने वाले व्यक्तियों द्वारा कॉल सेंटर का संचालन कर दिल्ली और हरियाणा मैं बैठे अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर धोखाधड़ी के अपराध को अंजाम दिया जा रहा था. मौके से पुलिस टीम को 03 लैपटॉप, 02 मोबाइल फोन, 02 वाई-फाई राउटर और अन्य उपकरण बरामद हुए.
विदेशी नागरिकों को ऐसे ठगा जाता था:आरोपी गौतम और तनिष्क फर्जी कॉल सेंटर को अपने 03 अन्य साथियों के साथ देहरादून में संचालित कर रहे थे. यह लोग यूएसए और कनाडा के लोगों को टारगेट करते हैं. उनके द्वारा लोगों से सम्पर्क कर खुद को माइक्रोसॉफ्ट और एप्पल जैसी प्रतिष्ठित कम्पनी का अधिकारी बताकर उनसे सम्पर्क कर उनके मोबाइल और कम्प्यूटर में ANYDE और LITE जैसे एप डलवाकर उनके मोबाइल और कम्प्यूटर का ACCESS प्राप्त कर लिया जाता है. पोर्न वेबसाइट देखने की बात कहकर उनसे ठीक करने के लिए धोखाधड़ी कर धनराशि प्राप्त की जाती थी. इस कार्य को उनके द्वारा अपने अन्य साथियों जो चंडीगढ़ और दिल्ली में कार्य को अंजाम देते हैं, की मदद से किया जाता था.
चंडीगढ़ से अरेस्ट हुआ नदीम: चंडीगढ़ पुलिस द्वारा उनके एक साथी नदीम को चंडीगढ़ में गिरफ्तार किये जाने पर उनके द्वारा देहरादून छोड़ना बताया. सिस्टम में मिस्ड और डाइल कॉलों में विदेशी नम्बरों का होना पाया गया. साथ ही कुछ लेपटॉप पर अलग-अलग एप्लीकेशन के माध्यम से पैसों के लेनदेन से सम्बन्धित डिटेल मिली हैं. मौके पर पुलिस टीम द्वारा सभी उपकरणों को सील करते हुए कॉल सेंटर संचालित करने वाले सभी 5 आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है.
पॉप अप मैसेज भेजते थे: एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों द्वारा खुद को माइक्रोसॉफ्ट और एप्पल जैसी प्रतिष्ठित कम्पनियों का अधिकारी बताकर यूएसए और कनाडा के नागरिकों के सिस्टम में पॉप अप मैसेज भेज भेजकर पोर्न वेबसाइट होने की बात कहकर झांसे में लिया जाता था. इसके बाद उनके द्वारा चाइल्ड पोर्नोग्राफी देखे जाने के साथ ही उनके बैंक खातों में गड़बड़ी सम्बन्धी बातें कहकर उनके सिस्टम के करप्ट होने का झांसा दिया जाता था. इस तरह मदद के नाम पर धोखाधड़ी से धनराशि प्राप्त करते थे.
तनिष्क और गौतम से पूछताछ: साथ ही आरोपियों से बरामद कॉल सेंटर चलाने वाले संसाधनों को तकनीकी रूप से चेक किया गया तो संसाधनों में काफी मात्रा में कॉल सेंटर संचालन और विदेशी नागरिकों से धोखाधड़ी करने सम्बन्धी सबूत पाए गए हैं. आरोपियों के खिलाफ थाना साइबर क्राइम में मुकदमा पंजीकृत किया गया है. मौके पर जिन दो आरोपियों तनिष्क और गौतम की मौजूदगी थी, उनके खिलाफ विवेचना में कार्रवाई की गयी है. साथ ही अन्य आरोपी जो फरार हैं, उनके संबंध में जानकारी प्राप्त की जा रही है.
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