रांची: हमारे रामलला अब टेंट में नहीं रहेंगे. अब हमारे रामलला दिव्य मंदिर में रहेंगे. अयोध्या धाम में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में इस अलौकिक क्षण को एक नये कालचक्र के उद्गम की संज्ञा दी. इस पावन मौके पर पूरा देश हर्षोल्लास में डूबा हुआ है. इस पल को सभी जी रहे हैं. इस अद्भुत क्षण को झारखंड हाईकोर्ट परिसर में भी महसूस किया गया.
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद हाईकोर्ट परिसर में भंडारा का आयोजन किया गया. इस दौरान रामभजन गाये गये. संगीतज्ञों ने अपने मधुर स्वर से समा बांध दिया. मेरी झोपड़ी के भाग आज खुल जाएंगे, राम आएंगे.... इस गीत को सुनकर हाईकोर्ट के अधिवक्तागण झूम उठे. कोर्ट परिसर में जय श्रीराम के नारे लगाए गये.
हाईकोर्ट के अधिवक्ता धीरज कुमार ने बताया कि अयोध्या धाम में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होते ही सभी अधिवक्ताओं ने भगवान राम का स्वागत किया. अधिवक्ता धीरज कुमार ने कहा कि राम तो सभी के लिए न्याय करने वाले कहे जाते हैं. लेकिन हम अधिवक्ताओं को खुशी है कि राम को भी हमारे सुप्रीम कोर्ट से न्याय मिला. इसलिए इस मौके को कोर्ट परिसर में सेलिब्रेट किया जा रहा है.
इस दौरान अधिवक्ताओं ने एक-दूसरे को गले लगाया और भंडारा का आयोजन कर सभी के बीच प्रसाद का वितरण किया गया. खास बात है कि हाईकोर्ट परिसर में जब भजन संगीत का कार्यक्रम चल रहा था तो तमाम अधिवक्तागण अपने मोबाइल में इस क्षण को वीडियो के जरिए समेट रहे थे. सभी के चेहरे पर खुशी थी. अधिवक्ताओं ने कहा कि न्याय के राजा के आगमन से भारत की न्याय व्यवस्था पर लोगों का विश्वास और मजबूत होगा.