सोनीपत: हरियाणा के सोनीपत में गांव नाहरा के किसान सरकारी की तानाशाही से परेशान है. जिसके चलते करीब 3 माह से किसान हाई टेंशन तार लाइन को लेकर लगने वाले पोल के विरोध में धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. धरने को लेकर किसानों ने रविवार को एक बड़ी महापंचायत का आयोजन किया. महापंचायत के बाद फैसला लिया गया कि हाई टेंशन तार के लिए खोदे गए गड्ढों को मिट्टी से भरा जाएगा.
प्रशासन पर बरसे किसान: महापंचायत के बाद सभी किसान एकत्रित हुए और बुलडोजर से गड्ढे भरने के लिए निकल पड़े. जहां किसान और पुलिस आमने-सामने हो गए. इस बीच किसानों-जवानों के बीच जबरदस्त तनातनी हुई. इसके बावजूद भी किसानों ने जेसीबी से सभी गड्ढों में मिट्टी डालकर बंद कर दिया. किसानों की मांग है कि जब तक सरकार उन्हें उचित मुआवजा नहीं देती तब तक धरना जारी रहेगा और हाई टेंशन तार के लिए पोल नहीं बनने देंगे. महापंचायत में ये भी फैसला किया है कि जो बीजेपी का नेता उस गांव में आएगा उसका भी विरोध किया जाएगा.
'सरकार से लेकर रहेंगे अपना हक': इस दौरान किसान काफी रोष में नजर आए और सरकार सख्त लहजे में कह दिया कि हमारी जमीन पर सरकार को कब्जा नहीं करने देंगे. सरकार जबरदस्ती उनके खेतों और जमीन पर कब्जा कर रही है. किसानों ने कहा कि सरकार बार-बार उन्हें आश्वासन देती है लेकिन करोड़ों की जमीन को प्रशासन लाखों के भाव में लेना चाहती है. जब तक किसानों के खातों में उचित मुआवजा राशि नहीं दी जाती तब तक पोल नहीं लगने दिए जाएंगे. किसानों ने कहा कि हम सरकार से आर-पार की लड़ाई लड़ेंगे, मगर अपना हक लेकर रहेंगे. इस दौरान किसानों ने अपने गांव में बीजेपी नेता का पूर्ण रूप से बहिष्कार कर दिया है.