नई दिल्ली: लद्दाख को छठी अनुसूची के तहत राज्य का दर्जा देने की मांग को लेकर सामाजिक कार्यकर्ता सोनम वांगचुक का प्रदर्शन दूसरे दिन सोमवार को दिल्ली के लद्दाख भवन में जारी रहा. इस दौरान कई संगठनों ने उनका समर्थन किया और उनसे मुलाकात की. आज, इस आंदोलन को समर्थन देने के लिए स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) की दिल्ली प्रदेश इकाई का एक प्रतिनिधिमंडल लद्दाख भवन में सोनम वांगचुक से मिला.
प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व एसएफआई की सचिव और जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) छात्रसंघ की पूर्व अध्यक्ष आईशी घोष ने किया. आईशी घोष ने वांगचुक और उनके समर्थकों के प्रति एकजुटता व्यक्त करते हुए कहा, “हम आपके अनशन और आपकी मांगों के समर्थन में आपके साथ खड़े हैं. आपकी आवाज़ को सामाजिक मंच पर लाना हमारे लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है.”
"हम तब तक यहां बैठेंगे जब तक हमें जवाब नहीं मिल जाता कि हम अपने नेताओं से कब मिल पाएंगे. हमने 30-32 दिन तक पैदल यात्रा की है, हम कम से कम एक मुलाकात के तो हकदार हैं. हम कोई असामान्य मांग नहीं कर रहे हैं, हम यहां भाजपा को उसके घोषणापत्र में किए गए वादों की याद दिलाने आए हैं." -सोनम वांगचुक