नई दिल्ली: दिल्ली के प्रगति मैदान में ज्वेलरी की दुनिया के सबसे बड़े फेयर, 'दिल्ली ज्वेलरी और जेम फेयर' के 12वें संस्करण का आयोजन किया गया है. इन दिनों जहां सोने की कीमत आसमान छू रही हैं, इसे देखते हुए लोगों का रुझान चांदी की तरफ बढ़ गया है. अब लोग सेविंग्स के तौर पर भी चांदी को भारी मात्रा में खरीद रहे हैं. इसे देखते हुए इस बार फैयर में 50 से ज्यादा चांदी के एक्जीबिटर्स (प्रदर्शकों) ने हिस्सा लिया है.
इंफॉर्मा मार्केट्स के एमडी योगेश मुद्रास ने बताया कि इस बार आयोजन में 650 से अधिक एक्जीबिटर्स और 700 ब्रांड्स ने हिस्सा लिया है, जहां 1,50,000 से भी ज्यादा अनोखे ज्वेलरी डिजाइनों को प्रदर्शित किया गया है. नवरात्रि, दीवाली और शादी के मौसम की तैयारियों के मद्देनजर, यह फेयर ज्वेलरी प्रेमियों के लिए आकर्षण का केंद्र बन गया है.
25,000 प्रोफेशनल्स ले रहे भाग:इस फेयर में सोना, चांदी, हीरा, मोती व कीमती रत्नों से बने पारंपरिक और आधुनिक डिजाइन को प्रदर्शित किया गया है. खासतौर पर इस बार हस्तनिर्मित आभूषणों को प्रमुखता दी गई है, जो भारतीय कला और संस्कृति की झलक प्रस्तुत करते हैं. इस फेयर में 25,000 से अधिक प्रोफेशनल्स भाग ले रहे हैं, जो नवरात्रि, दशहरा, दीवाली और शादी के सीजन की तैयारियों को खास बनाने लेकर आए हैं.
चांदी की मांग बढ़ी: योगेश ने आगे बताया कि इस बार फेयर में चांदी पर विशेष जोर दिया गया है. बीते दो-तीन सालों में चांदी की मांग काफी ज्यादा बढ़ गई है. इतना ही नहीं अब तो चांदी को नए सोने के रूप में देखा जाने लगा है. इस बार विशेष रूप से हॉल नंबर दो को सिल्वर यानी चांदी के एक्जीबिटर्स के लिए बुक किया गया है. इसमें 50 से ज्यादा एक्जीबिटर्स अपनी अद्भुत चीजों को लेकर आए हैं. वहीं पिछले साल चांदी पर जोर देते हुए पहली बार मात्र एक पवेलियन बुक किया गया था, जिसमें 20 से 25 एक्जीबिटर्स ने हिस्सा लिया था.