खूंटी:जिले में खूंटी अनुमंडल क्षेत्र के खूंटी, मुरहू और अड़की प्रखंड के गांव के खेतों, जंगलों एवं नदियों के किनारे लगभग 5000 एकड़ से अधिक भूमि पर अफीम की फसल लगाए जाने अनुमान है. जिसमें अभी तक 10 प्रतिशत फसलों को नष्ट किया जा चुका है. हालांकि जिले में विनष्टीकरण अभियान जारी है. साथ ही अफीम तस्कर, किसानों एवं जनप्रतिनिधियों समेत वैसे पुलिसकर्मियों को भी चिन्हित किया जा रहा है जो अफीम की खेती को संरक्षण दे रहा है. चिन्हित लोगों में 18 लोग अब तक जेल जा चुके हैं और 4 दर्जन से अधिक एफआईआर दर्ज हो चुकी है. बुधवार को चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था.
अब तक 18 लोगों की गिरफ्तारी
12 दिसंबर से खूंटी पुलिस ने अफीम विनष्टीकरण अभियान की शुरुआत की है. अब तक 1300 एकड़ से अधिक की फसलों को नष्ट किया जा चुका है. इतना ही नहीं पुलिस जीआर के आधार पर एफआईआर दर्ज कर जमीन मालिक एवं रैयतों को जेल भेजने की तैयारी में है.
इसके अलावा अफीम के खेतों में काम कर रहे किसानों को भी गिरफ्तार किया जा रहा है. 10 जनवरी को ग्राम प्रधान और उनके अन्य सहयोगियों की गिरफ्तारी के बाद से अब तक कुल 18 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. लगातार हो रही गिरफ्तारी से माफियाओं एवं अफीम उगाने वाले किसानों से लेकर ग्रामीणों में भय का माहौल है.
ग्रामीणों ने पुलिस से की अपील
जिले के ग्रामीण क्षेत्रों के मुखियाओं ने पुलिस से अपील की है कि उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज न करें. पुलिस ने भी उन्हें एक मौका देकर हिदायत दी है कि पुलिस एफआईआर दर्ज नहीं करेगी और न ही कोई जेल जाएगा. खेतों में लगी फसलों को नष्ट करने के आदेश के बाद मुखिया एवं ग्राम प्रधानों ने खुद से अफीम की फसलों को नष्ट करने फरमान जारी किया है, जिसका सुखद परिणाम भी दिखाई देने लगा है. ग्रामीण अबतक 125 एकड़ में लगी फसल नष्ट कर चुके हैं.
विनष्टीकरण अभियान के दौरान दूरस्थ इलाकों में पुलिस को ग्रामीणों के विरोध का सामना भी करना पड़ रहा है. सूचना यह भी है कि कुछ इलाकों को स्थानीय जनप्रतिनिधियों का भी पूरा सहयोग मिल रहा है, जिसके कारण पुलिस वैसे क्षेत्रों तक नहीं पहुंच पा रही है, जहां बड़े पैमाने पर अफीम लगाई गई है.