उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

ETV Bharat / state

महाकुम्भ-2025 के प्रमोशन के लिए राज्यों की राजधानियों में रोड शो होंगे: जयवीर सिंह - MAHA KUMBH 2025 PROMOTION

Tourism Minister Jaiveer Singh on Maha Kumbh 2025: लखनऊ में पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह महाकुम्भ 2025 की तैयारियों और परियोजनाओं की समीक्षा की.

Photo Credit: ETV Bharat
यूपी के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह (Photo Credit: ETV Bharat)

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Oct 15, 2024, 6:12 PM IST

लखनऊ: अगले साल होने वाले विश्व के सबसे बड़े धार्मिक आयोजन महाकुम्भ-2025 का प्रमोशन करने के लिए कई प्रोग्राम होंगे. कुम्भ पूर्व आयोजनों में कुम्भ की अध्यात्मिकता एवं पौराणिकता से युवाओं, महिलाओं एवं छात्रों को जोड़ते हुए प्रदेश एवं अन्य राज्यों की राजधानियों एवं अन्य स्थलों जैसे नासिक, उज्जैन, हरिद्वार में प्रचार-प्रसार रोड शो एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम आदि कराये जाएंगे. यह जानकारी उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने दी.

मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि विश्व के सबसे बड़े धार्मिक आयोजन महाकुम्भ-2025 के व्यापक प्रचार-प्रसार कराने के लिए विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिये हैं. वह मंगलवार को पर्यटन भवन में संस्कृति एवं पर्यटन विभाग की महाकुम्भ से जुड़ी तैयारियों तथा विभिन्न संचालित परियोजनाओं की समीक्षा कर रहे थे. उन्होंने कहा कि महाकुम्भ को दिव्य तथा अलौकिक बनाने एवं श्रद्धालुओं को भारतीय सांस्कृतिक विरासत व इसके गौरवशाली इतिहास से परिचित कराने के लिए विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जाएं.

उन्होंने संस्कृति विभाग को निर्देश दिये कि कुम्भ से पूर्व सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया जाए तथा प्रदेश के समस्त जनपदों के कलाकारों को प्रचार-प्रसार से जोड़ा जाए. उन्होंने कहा कि जो भी कलाकार सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लेना चाहते हैं, वह संस्कृति विभाग की वेबसाइट पर अपना पंजीकरण सुनिश्चित करा लें. जयवीर सिंह ने कहा कि सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन एवं रोड शो के लिए संस्कृति विभाग तथा सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग को जिम्मेदारी दी गयी है. सूचना विभाग द्वारा कुम्भ यात्रा मोबाइल बस पूरे देश में संचालित की जायेगी, जिसके माध्यम से महाकुम्भ की गरिमा, इतिहास तथा इसके पौराणिक महत्व को एलईडी के माध्यम से प्रदर्शित किया जायेगा तथा रोड शो किया जायेगा.

इसी प्रकार राज्य के अंदर जनसहभागिता के आधार पर सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे. इसके लिए विश्वविद्यालय, महाविद्यालय, इण्टर कालेज, स्कूल आदि में आयोजन किये जायेंगे. प्रचार-प्रसार का कार्य 15 दिसम्बर तक प्रदेश के समस्त जनपदों में होगा. पर्यटन मंत्री ने यह भी निर्देश दिये कि प्री कुम्भ समिट के अंतर्गत कुम्भ अभिनन्दन रोड शो, कुम्भ लेजर शो, डिजिटल प्रदर्शनी, संगोष्ठी, ऑन स्पॉट कम्प्टीशन, कुम्भ क्वीज, शोज टॉपर प्रस्तुति, भक्तिमय प्रस्तुतियां, फ्यूजन शो, नृत्य नाटिकायें, लोक कलाकारों की प्रस्तुति, लघु फिल्म का आयोजन किया जायेगा. आमजन मानस को ससम्मान जोड़ने के लिए उन्हें आमंत्रित किया जायेगा. उन्होंने इस अवसर पर अयोध्या दीपोत्सव-2024 की कार्ययोजना की भी समीक्षा की.

दीपोत्सव के अवसर पर म्यामांर, कम्बोडिया, थाईलैण्ड, इण्डोनेशिया तथा आईसीसीआर नई दिल्ली के सहयोग से मलेशिया दल के माध्यम से विदेशी रामलीला दलों की प्रस्तुतियों के लिए प्रस्ताव तैयार किये गये हैं. इसके अलावा इस अवसर पर सुश्री मैत्रेय पहाड़ी दल के 50 कलाकारों के माध्यम से श्री रामचरितमानस नारी शक्ति का आयोजन भी किया जायेगा. उन्होंने देव दीपावली के आयोजन की भी समीक्षा की. उन्होंने कहा कि दीपोत्सव एवं देव दीपावली भारतीय सनातन संस्कृति का संदेश पूरे विश्व तक पहुंचेगा.

इस वर्ष अयोध्या में रिकार्ड 25 लाख दीप जलाये जायेगे. पर्यटन मंत्री ने सबसे पहले संस्कृति निदेशालय द्वारा वित्तीय वर्ष 2023-24 के निर्माण कार्यों की अद्यतन प्रगति की समीक्षा की और विलम्ब के लिए नाराजगी व्यक्त करते हुए कार्य की गति तेज करने के निर्देश दिये. उन्होंने मैनपुरी, हरदोई, एटा, कुशीनगर, प्रतापगढ़, चित्रकूट, रायबरेली, बलिया, प्रयागराज, कन्नौज, लखनऊ की 05 परियोजनाओं के निर्माण कार्य गुणवत्ता के साथ शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिये. इसके साथ ही वित्तीय वर्ष 2022-23 में जनपद गोरखपुर की परियोजना के अंतर्गत गेट व बाउण्ड्री वाल का कार्य शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिये.

इसके अतिरिक्त मैनपुरी, बांदा, फिरोजाबाद, चित्रकूट, आजमगढ़ आदि जनपदों के निर्माण कार्य शीघ्र पूरा करके क्लोजर रिपोर्ट भेजने के निर्देश दिये. उन्होंने वित्तीय वर्ष 2024-25 में स्वीकृत परियोजनाओं से संबंधित निविदा की कार्रवाई जल्द पूरी करके निर्माण कार्य शुरू करने के निर्देश दिये. इसके बाद पर्यटन मंत्री ने पर्यटन विभाग के अंतर्गत आने वाले निर्माण कार्यों तथा विभिन्न गतिविधियों की समीक्षा करते हुए समयबद्धता के साथ सभी प्रस्तावित कार्यों को शुरू करने तथा निर्माणाधीन योजनाओं को समय से पूरा करने के निर्देश दिये.

ये भी पढ़ें-यूपी में 10 में से 9 सीटों पर 13 नवंबर को वोटिंग, 23 को नतीजे; मिल्कीपुर उपचुनाव पर इसलिए फंसा पेंच

ABOUT THE AUTHOR

...view details