रतलाम: मध्य प्रदेश के रतलाम में इन दिनों शराब के शौकीन चूने की लाइन पर कैटवॉक करते हुए नजर आ रहे हैं. जी हां, लेकिन ये किसी फैशन शो या स्टेज की कैटवॉक नहीं बल्कि शराबियों की मेंटल और फिजिकल फिटनेस चेक करने का एक टेस्ट है. रतलाम पुलिस ने यह अनोखी पहल शुरू की है, जिसमें पुलिस शराब पीकर वाहन चलाने वालों को चूने की लाइन पर चलाकर नशे का टेस्ट कर रही है.
शराबियों की जांच का अनोखा तरीका
बता दें कि अगर वाहन चालक इस चूने की लाइन में चलने में लड़खड़ाया तो समझ जाइए की वह नशे में है. जिसके बाद उसका मेडिकल टेस्ट करवा कर उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. सड़क पर शराब पीकर वाहन चलाने वालों पर यह प्रभावी कार्रवाई रतलाम एसपी अमित कुमार ने निर्देश पर की जा रही है. इसके तहत जिले के ग्रामीण और दूरस्थ क्षेत्रों में चूने की लाइन डालकर संदिग्ध शराबियों का टेस्ट किया जा रहा है.
आनोखे अंदाज में शराबियों की जांच
गौरतलब है कि शहर की अपेक्षा ग्रामीण क्षेत्रों में ड्रिंक एंड ड्राइव की वजह से अधिक दुर्घटनाएं और मौत होती हैं. जिले में कई ऐसे थाने और चौकी हैं जहां ड्रिंक एंड ड्राइव की जांच करने के लिए ब्रेथ एनालाइजर नहीं है. ऐसे में पुलिस वाहनों को रोककर चालकों के नशे में होने का टेस्ट अनोखे तरीके से कर रही है. इस पर एसपी अमित कुमारने बताया, "जहां ब्रेथ एनालाइजर उपलब्ध नहीं है. वहां वाहन चालक ने नशा किया है या नहीं यह जांचने के लिए एक फिजिकल टेस्ट किया जाता है. सड़क पर बनाई गई चूने की लाइन पर चलवाकर उनकी चाल देखी जाती है. नशा किया हुआ व्यक्ति शरीर पर अपना नियंत्रण नहीं रख पाता है और लड़खड़ाता है. ऐसी स्थिति पाई जाने पर संदिग्ध व्यक्ति का मेडिकल टेस्ट करवाया जाता है और वैधानिक कार्रवाई की जाती है."
शराबियों में हड़कंप
पुलिस की इस पहल से शराबियों में हड़कंप मचा हुआ है. ग्रामीण क्षेत्रों में शराब की आसानी से उपलब्धता के कारण लोग सुबह से ही शराब पीकर नशे की हालत में धड़ल्ले से टू व्हीलर और फोर व्हीलर दौड़ा रहे हैं, जिसका खामियाजा सड़क पर दूसरे लोगों को उठाना पड़ रहा है. यही वजह है कि इन शराबियों की पहचान करने और ड्रिंक एंड ड्राइव को रोकने के लिए पुलिस उन्हें चूने की लाइन पर चलवा रही है.