गिरिडीह: गोदाम से डीलर तक सरकारी अनाज पहुंचाने का काम डोर स्टेप डिलीवरी संवेदक का है. आए दिन डीएसडी संवेदकों की मनमानी और गोदाम के सहायक प्रबंधक की लापरवाही सामने आती रहती है. इसके बावजूद कार्रवाई नाम मात्र की होती है. यही वजह है कि डोर स्टेप डिलीवरी संवेदक पूरी तरह मनमानी पर उतारू हो गए हैं. ताजा मामला गिरिडीह जिले के देवरी प्रखंड का है. जहां नवंबर महीना खत्म होने में महज एक दिन बचा है, इसके बावजूद इस प्रखंड की 27 में से 21 पंचायतों के डीलरों तक अब तक अनाज नहीं पहुंच पाया है. डीलर संघ ने इसे लेकर आंदोलन की चेतावनी दी है.
क्या कहते हैं संघ के अध्यक्ष
इस मामले पर फेयर प्राइस शॉप डीलर एसोसिएशन ऑफ इंडिया के जिला अध्यक्ष राजेश कुमार बंसल का कहना है कि यह पूरी तरह से मनमानी है. अगर डीलर को महीना खत्म होने से 10 दिन पहले अनाज नहीं मिलेगा तो वितरण कैसे होगा? उन्होंने कहा कि देवरी के इस पूरे मामले की जांच होनी चाहिए कि आखिर यह अनियमितता कैसे हुई, आखिर महीना खत्म होने को है और 21 पंचायतों के डीलरों तक अनाज क्यों नहीं पहुंचा. उन्होंने कहा कि इसकी लिखित शिकायत जिला पदाधिकारी से की जाएगी.
गोदाम में रखा है अनाज : एजीएम
देवरी के सहायक गोदाम प्रबंधक ऋषिकांत गुप्ता कहते हैं कि गोदाम में पर्याप्त मात्रा में अनाज है. अगर डीएसडी संवेदक डीलर तक अनाज नहीं पहुंचाता है तो इसमें हमारी कोई गलती नहीं है. उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान चार दिन थोड़ी परेशानी हुई थी, अब डीएसडी पर दबाव बनाकर अनाज भेजा जा रहा है.