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अजमेर में जमकर बरसे मेघ, बाढ़ जैसे हालात, लालपुरा में लैंडस्लाइड से मालगाड़ी हुई डिरेल - Heavy Rain in Ajmer

By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Aug 5, 2024, 4:26 PM IST

Flood Situation in Ajmer, अजमेर में जमकर मेघ बरस रहे हैं. जिले के कई इलाकों में तालाब और रपटों पर चादरें चल गई हैं. अजमेर में 88 एमएम बारिश हुई है. बारिश से आनासागर, फॉयसागर, पुष्कर सरोवर, गोविंदगढ़ बांध समेत कई छोटे-बड़े बांधों, तालाबों और एनीकट में पानी की आवक बनी हुई है.

Rain in Ajmer
लैंडस्लाइड से मालगाड़ी हुई डिरेल (ETV Bharat Ajmer)

अजमेर जिले में जमकर बरसे मेघ (ETV Bharat Ajmer)

अजमेर: राजस्थान के अजमेर जिले में सोमवार को जमकर हुई है. कई जगहों पर बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं. वहीं, ब्यावर के समीप लालपुरा में लैंडस्लाइड से मालगाड़ी डिरेल हो गई. बारिश के कारण कई इलाकों में पानी भर गया है और कई जगहों पर घरों में पानी घुस आया है. इसी तरह पड़ोसी जिले केकड़ी और ब्यावर में भी जमकर बारिश हो रही है. लगातार हो रही बारिश के चलते 5 और 6 अगस्त को जिला कलेक्टर ने स्कूलों में अवकाश घोषित किया है.

अजमेर में रविवार देर रात से ही बारिश का दौर जारी है. 88 एमएम बारिश अभी तक हो चुकी है. इनमें किशनगढ़, अराई, पीसांगन और पुष्कर क्षेत्र में 100 एमएम से अधिक बारिश हो चुकी है. अजमेर में लगातार हो रही बारिश से आनासागर का जल स्तर बढ़ गया है. हालांकि, झील से लगातार पानी की निकासी चैनल गेट के माध्यम से की जा रही है. झील के पानी को एस्केप चैनल में छोड़ा जा रहा है. इस कारण एस्केप चैनल और छोटे-बड़े नाले भी ओवरफ्लो हो चुके हैं. कई इलाकों में सड़कें दरिया बन गई हैं. इधर अजमेर में ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह में ऐतिहासिक झालरे की दीवार क्षतिग्रस्त हो गई है. हालांकि, इस हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ है.

हालांकि, डिरेल मालगाड़ी अब पटरी पर आ चुकी है. डीएफसी के अधिकारी धीरज ने बताया कि पहाड़ी से मलबा ट्रैक पर गिरने से मालगाड़ी डिरेल हुई थी. लैंडस्लाइड से ट्रैक को भी नुकसान पहुंचा था. हालात नियंत्रण में हैं. मालगाड़ी को पटरी पर लाकर उसे समीप ही बांगड़ गांव ले जाया गया है.

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जिले में बारिश के हाल :पीसांगन मार्ग पर निर्माणाधीन वैकल्पिक मार्ग टूटने से संपर्क टूट गया है. पीसांगन के फतेहपुरा रोड पर साबरमती नदी में भी पानी की आवक बनी हुई है. मकरेडा गांव में तालाब की चादर चल रही है. इसी तरह से नसीराबाद के देराठु गांव में रपट का पानी सड़क पर आने से आवागमन प्रभावित हो गया है. इसी तरह बिठूर गांव में भी पानी भरने से लोगों को परेशानी हो रही है. नसीराबाद के साम्प्रोदा गांव में भी बढ़ के हालात बने हुए हैं. यहां सड़क दरिया बनी हुई हैं. इस कारण अन्य सभी गांव से संपर्क टूट गया है.

पुष्कर में भी लगातार हो रही बारिश से नाग पहाड़ी पर झरने फूट गए हैं. फीडर से पानी की आवक लगातार पुष्कर सरोवर में हो रही है. सरोवर में पानी का स्तर 25 फुट से अधिक हो गया है. उसके बावजूद भी पानी की आवक बनी हुई है. पुष्कर के डूब क्षेत्र में भी पानी भर गया है. डूब क्षेत्र से होटल रिसोर्ट को खाली करवाने की कवायद की जा रही है. पुष्कर पुलिस भी अलर्ट नजर आ रही है. डूब क्षेत्र में और झरनों पर स्टंट कर रील बनाने वालों को पुलिस ने खदेड़ा.

किशनगढ़ में भी झमाझम बारिश से कई इलाकों में पानी भर गया है. गोन्देलाव झील की चादर चल रही है, जिसको देखने के लिए लोग मौके पर जुट रहे हैं. ग्रामीण क्षेत्रों में बीती गांव में बाढ़ से हालात बने हुए हैं. काशीर गांव के समीप श्रीरामपुरा में तेज बारिश से दीवार गिरने से एक महिला और गाय की मौत हो गई. ग्राम बीती के एनीकट पर भी चादर चलने से गांव में बाढ़ से हालात बन गए हैं. इसी तरह अराई के वार्ड 13 की लौहार कॉलोनी में पानी घरों में घुस आया है. मकानों के चारों ओर पानी होने से हालात विकट हो गए हैं.

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पड़ोसी केकड़ी जिले में भी लगातार हो रही है. बारिश से कई जगह पर हालात विकट हो गए हैं. केकड़ी जिले के देवगांव में किले की दीवार देने से तीन पशुओं की मौत हो गई. यहां भी कई निचले क्षेत्रों में बाढ़ के हालात बने हुए हैं. ब्यावर-केकड़ी मार्ग पर लोडकिया तालाब के पीछे 8 से 10 कालबेलिया समाज के लोगों के पानी में फंसे हुए हैं. फंसे लोगों को बाहर निकालने के प्रयास जारी है.

वहीं, ब्यावर जिले के जलिया गांव में भी लगातार हो रही बारिश से नदी में की युवक के बह जाने की सूचना है. एसडीआरएफ की टीम नदी में युवक की तलाश कर रही है. किराप गांव में रावले के सामने स्थित चारभुजा मंदिर के पास बिल्डिंग बारिश के कारण धाराशाही हो गई. इसी तरह ब्यावर के हरिपुरा के करीब पहाड़ी से लैंडस्लाइड होने के कारण मालगाड़ी डिरेल हुई है. बारिश के कारण रेलवे ट्रैक पर पहाड़ी के टुकड़े गिरने से मालगाड़ी के तीन से चार डब्बे पटरी से उतर गए हैं. वहीं, ट्रैक को भी काफी नुकसान पहुंचा है. यह घटना हरिपुर रेलवे स्टेशन से 20 किलोमीटर दूर लालपुर क्षेत्र की बताई जा रही है.

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