भरतपुर.राज्य की भजनलाल सरकार के पहले पूर्ण बजट में भरतपुर को कई सौगातें मिली है. इसके तहत भरतपुर में आमजन की सुविधा और समस्याओं के समाधान के लिए इंटीग्रेटेड ऑफिस कॉम्प्लेक्स व सर्विस सेंटर यानी कर्मशिला भवन निर्माण की घोषणा की गई है. साथ ही भरतपुर समेत अजमेर व बीकानेर के इंजीनियरिंग कॉलेजों का उन्नयन कर इन्हें राजस्थान इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के रूप में विकसित करने का ऐलान किया गया. इसके साथ ही भरतपुर के प्रसिद्ध लोहागढ़ किले व वैर के सफेद महल और फुलवारी के सौंदर्यीकरण को लेकर भी अहम घोषणा की गई. हालांकि, जिलेवासियों की घना को पांचना बांध के पानी समेत कई महत्वपूर्ण मांगों को लेकर कोई घोषणा नहीं की गई.
जानिए क्या मिला भरतपुर को :भरतपुर और बारां जिले में पंप स्टोरेज से ऊर्जा उत्पादन का कार्य किया जाएगा. भरतपुर में आधुनिकतम बस स्टॉप व स्टैंड का निर्माण कराया जाएगा, जिससे यात्रियों को सुविधाओं का लाभ मिल सकेगा. यहां रोडवेज बस डिपो और वर्कशॉप का भी जीर्णोद्धार कराया जाएगा, जो कि लंबे समय से क्षतिग्रस्त है. कामां, डीग में बस स्टैंड विकास कार्य कराए जाएंगे.
भरतपुर में जीसीसी आधारित इलेक्ट्रिक बस खरीदी जाएंगी. साथ ही चार्जिंग स्टेशन स्थापित किए जाएंगे. भरतपुर और डीग जिले के डांग, मेवात व बृज क्षेत्र में विकास कार्य कराए जाएंगे. इस पर 50-50 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे. वहीं, भरतपुर जिले के वैर के सफेद महल, फुलवारी और प्रसिद्ध लोहागढ़ किले का सौंदर्यीकरण कराया जाएगा. ताकि पर्यटक यहां की गौरवशाली विरासत से रू ब रू हो सकें. वहीं विश्व प्रसिद्ध केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान में भी कई विकास कार्य कराए जाएंगे.
युवाओं को उत्कृष्ट तकनीकी शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए भरतपुर, अजमेर, बीकानेर के इंजीनियरिंग कॉलेजों को राजस्थान इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के रूप में उन्नत किया जाएगा. इस पर कुल 300 करोड़ रुपए की लागत आएगी. प्रदेशभर में संभाग स्तर पर आदर्श आवासीय विद्यालय की तर्ज पर आवासीय विद्यालय स्थापित किए जाएंगे. जिसके तहत भरतपुर में भी एक विद्यालय स्थापित किया जाएगा.