फरीदाबाद: हरियाणा में बारिश से बाढ़ से हालात बने हैं. शनिवार को हरियाणा के 12 जिलों में जमकर बारिश (Rain in Haryana) हुई. जिसके चलते लोगों को गर्मी से राहत तो मिली ही, साथ ही उन्हें जलभराव की वजह से परेशानी का सामना करना पड़ा. वहीं किसानों ने इस बारिश को धान की फसल के अच्छा बताया. किसानों के मुताबिक गर्मी के बाद जितनी भी बारिश होती है. उससे फसल को फायदा होता है. तेज बारिश के चलते फसलों से मौजूद कीड़े मर जाते हैं. जिससे उनको फायदा होता है.
हरियाणा में बारिश: शनिवार को हरियाणा में सबसे ज्यादा बारिश सोनीपत में 34.5 एमएम दर्द हुई. इसके अलावा कुरुक्षेत्र में 30.0 एमएम, भिवानी में 24.1 एमएम, पंचकूला में 21.5 एमएम, करनाल में 18.2 एमएम, रोहतक में 14.8 एमएम, सिरसा में 9.0 एमएम, अंबाला में 8.4 एमएम, गुरुग्राम में 6.0 एमएम, यमुनानगर में 2.0 एमएम, जींद में 0.7 एमएम और पानीपत में 0.5 एमएम बारिश (Rain in Haryana) हुई. जिसके चलते जलभराव की स्थिति बनी रही. शुक्रवार को हरियाणा का अधिकतम तापमान यमुनानगर में 36.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. वहीं न्यूनतम तापमान 22.7 डिग्री सेल्सियस सोनीपत में दर्ज किया गया.
फरीदाबाद में जलभराव: शुक्रवार को फरीदाबाद में हुई बारिश के चलते जगह-जगह जलभराव (Waterlogging in Faridabad) की स्थिति देखने को मिली. सेहतपुर के मुख्य रोड पर रोजाना हजारों लोगों का आवागमन रहता है. इसके बावजूद यहां जलभराव की भयानक स्थिति रहती है. जिसे देखकर लोगों की हिम्मत नहीं होती कि इस रोड से वो गुजरे. ईटीवी भारत की टीम ने जब स्थानीय लोगों और यात्रियों से बातचीत की तो उन्होंने कहा कि सेहतपुर रोड पर हमेशा जलभराव की स्थिति रहती है.