कोरबा : चिरमिरी में बाबा बागेश्वर धाम सरकार पंडित धीरेंद्र शास्त्री की कथा के बाद छत्तीसगढ़ की सियासत गर्मा गई है. दरअसल कांग्रेस का आरोप है कि बागेश्वर धाम की कथा राजनीति से प्रेरित थी.इसे सरोज पाण्डेय ने भीड़ जुटाने के लिए करवाया था.कांग्रेस ने आरोप लगाए कि धार्मिक आयोजन को चुनाव प्रचार का मंच बनाया गया. इसके बाद निर्वाचन आयोग ने सरोज पाण्डेय को कथा में उपस्थित होने को लेकर नोटिस जारी किया.
बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष ने झाड़ा पल्ला : बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष किरण सिंहदेव से जब इस बारे में सवाल पूछा गया तो उन्होंने पल्ला झाड़ लिया. जबकि दूसरी ओर विपक्ष इस मुद्दे को लेकर हमलावर है. विपक्ष का आरोप है कि कांग्रेस की शिकायत के बाद ही निर्वाचन आयोग ने मामले को संज्ञान में लिया है. मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर के सहायक रिटर्निंग ऑफिसर ने कोरबा लोकसभा से प्रत्याशी सरोज पांडेय को नोटिस जारी किया है. जिसमें कहा गया है कि बागेश्वर धाम सरकार धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री की राम कथा का आयोजन 26 अप्रैल 2024 को गोदरीपारा चिरमिरी में हुआ था.आयोजन के लिए सशर्त अनुमति दी गई थी.
कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने लगाए थे आरोप :इस बारे में अशोक श्रीवास्तव अध्यक्ष जिला कांग्रेस कमेटी एमसीबी ने आरोप लगाए थे. अशोक श्रीवास्तव ने कहा था कि कार्यक्रम का प्रचार-प्रसार कोरबा लोकसभा के बीजेपी प्रत्याशी सरोज पांडेय और सरकार के मंत्रियों के फोटो फ्लेक्स लगाकर किया जा रहा है. साथ ही इनकी फोटो फ्लेक्स को नगर निगम चिरमिरी और नगरपालिका मनेन्द्रगढ़ में कई सरकारी बिजली के खंबों में लगाया गया है. जो आचार संहिता का उल्लंघन है. उड़नदस्ता और वीडियो निगरानी दल ने जो वीडियोग्राफी की है, उसमें कार्यक्रम स्थल के बाहर श्रद्धालुओं को बीजेपी का गमछा पहनाया जा रहा था.
प्रदेश अध्यक्ष ने झाड़ा पल्ला :बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष किरण सिंहदेव सोमवार को कोरबा जिले के दौरे पर थे. वह 1 मई को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के प्रवास की तैयारी का जायजा लेने कोरबा पहुंचे थे. इस दौरान जब उनसे पूछा गया कि सरोज पांडे को धर्म की आड़ में राजनीति करने के लिए आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के मामले में निर्वाचन आयोग ने नोटिस जारी किया है. तब उनका जवाब चौंकाने वाला था.