पलामूः जिला के सोन नदी में अवैध महुआ शराब तैयार किया जा रहा था. झारखंड-बिहार सीमा पर सोन नदी के डीला (एक प्रकार की जमीन जो नदी के बीच में होती है और पानी में डूबती नहीं है) पर बड़े पैमाने पर अवैध शराब के भट्टी का संचालन होता था और महुआ शराब तैयार किया जाता था. इसके खिलाफ झारखंड की पलामू और बिहार की औरंगाबाद पुलिस ने संयुक्त अभियान की शुरूआत की.
पलामू एसपी रीष्मा रमेशन ने कार्रवाई को लेकर बताया कि इस अभियान में सोन नदी के डीला में एक दर्जन के करीब अवैध शराब की भट्टी को नष्ट किया गया है. साथ ही 50 हजार किलो महुआ जावा को नष्ट किया गया और मौके से दो हजार किलो सूखा महुआ को बरामद किया गया. इसके अलावा पुलिस की टीम द्वारा सैकड़ों लीटर तैयार शराब को नष्ट किया गया है. इस कार्रवाई में पलामू के हुसैनाबाद के दंगगवार ओपी और बिहार के नबीनगर थाना की पुलिस शामिल रही. झारखंड-बिहार सीमावर्ती इलाके में अवैध शराब के खिलाफ अब तक की यह सबसे बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है.
सोन नदी मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, झारखंड के पलामू होते हुए बिहार के औरंगाबाद और रोहतास के इलाके से गुजराती है. सीमावर्ती इलाके में एक बड़ा हिस्सा है जो सोन नदी के पानी में डूबता नहीं है. कई किस इलाके में सब्जी की खेती करते हैं, वहीं शराब माफिया भी इसका फायदा उठाने की कोशिश करते हैं. झारखंड बिहार बॉर्डर के इस इलाके में शराब माफिया नदी के बीच में शराब बनाते हैं. डीला पर जाने के लिए नदी की धार को पार करना पड़ता है. पलामू एसपी रीष्मा रमेशन ने कार्रवाई की पुष्टि करते हुए बताया कि पुलिस इलाके में अभियान चला रही है.