जयपुर.पेपर लीक के मामले काजयपुर के एसओजी मुख्यालय में बुधवार को एसओजी-एटीएस के एडीजी वीके सिंह और जोधपुर रेंज आईजी विकास कुमार ने प्रेस वार्ता कर खुलासा किया. एसओजी के एडीजी वीके सिंह ने बताया कि ओमप्रकाश ढाका के राजनीतिक ताल्लुक हैं और उसने सशर्त सरेंडर के लिए अलग-अलग माध्यम से एसओजी को एप्रोच किया था, लेकिन एसओजी ने स्वीकार नहीं किया. जोधपुर रेंज आईजी टीम ने 75 हजार रुपए के इनामी बदमाश ओमप्रकाश ढाका, 70 हजार रुपए की इनामी सम्मी विश्नोई और 25 हजार रुपए के इनामी बदमाश सुनील बेनीवाल को पकड़कर एसओजी के हवाले कर दिया है. इन्हें रिमांड पर लेकर एसओजी पूछताछ कर रही है. उन्होंने यह भी कहा कि सुरेश ढाका ने भी सशर्त सरेंडर करने के लिए अलग-अलग माध्यम से संपर्क किया, लेकिन एसओजी ने इनकार कर दिया. उसे भी पकड़ लिया जाएगा.
तीन बदमाशों के लिए तीन ऑपरेशन :जोधपुर रेंज आईजी विकास कुमार ने बताया कि सम्मी विश्नोई को पकड़ने के लिए एक टीम मथुरा और बरसाना जाकर गली-गली घूमी. उसके बारे में जानकारी मिली की उसकी एक भतीजी आजकल मथुरा और वृंदावन ज्यादा जा रही है. इस ऑपरेशन को राज्यवृक्ष नाम दिया गया. भक्तों की टोलियों में शामिल सम्मी को टीम ने गोरक्षा यात्रा में आरती करते हुए पहचान लिया और इसके बाद उसे हिरासत में ले लिया. इसी तरह सुनील बेनीवाल को पकड़ने के लिए ऑपेरशन डार्क ब्लू और ओमप्रकाश ढाका को पकड़ने के लिए ऑपरेशन शिव बांग्ला चलाया गया.
हैदराबाद में दर्जनभर लोगों पर रखी नजर :राजस्थान के जालोर के कई लोग हैदराबाद में रहते हैं. इनमें से शक के आधार पर दर्जनभर लोगों पर पुलिस ने नजर रखी. पेपर लीक माफिया से जुड़े विदेश में छिपे बदमाशों के कॉल में हैदराबाद में ज्यादा आने की जानकारी मिली. इसके आधार पर एक संदिग्ध के घर पर गैस सप्लाई और टीवी चैनल के पैटर्न का बारीकी से अनुसंधान किया गया. रात को दो बजे गैस कंपनी के अधिकारी से उस संदिग्ध का 17 अंकों का कोड हासिल कर उसका पता निकाला गया और इसके बाद डिलिवरी बॉय बनकर पुलिस पहुंची, जहां ओमप्रकाश और सुनील मिले.