नई दिल्ली:भारतीय परंपरा के अनुसार, धनतेरस का पर्व धन, समृद्धि और स्वास्थ्य का प्रतीक माना जाता है. इस दिन सोने और चांदी की खरीददारी करना विशेष रूप से शुभ माना जाता है. यह पर्व सनातन धर्म के अनुसार कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है. भारत की राजधानी दिल्ली में, धनतेरस के अवसर पर बाजारों में सोने और चांदी के आभूषणों की खरीदारी के लिए लोगों की भारी भीड़ देखी जा रही है.
दिल्ली के बाजारों में उत्साह:दिल्ली के तिलक नगर स्थित कस्तूरी ज्वेलरी शॉप के मालिक, सुरेंद्र सूरी, ने बताया कि उनके आउटलेट्स ने इस खास दिन को देखते हुए सुबह 9 बजे खुलना शुरू कर दिया, जो कि रात 12 बजे तक खुले रहेंगे. उन्होंने बताया कि आज सुबह से ही ग्राहकों की भीड़ इस बात का प्रमाण है कि चाहे सोने की कीमतें कितनी भी बढ़ें, लेकिन लोगों के मन में इसकी चमक कभी कम नहीं होने वाली. खास बात ये है कि अब लोग गोल्ड को निवेश के रूप में देख रहे हैं, और कोरोना काल के बाद यह बात और स्पष्ट हो गई है.
प्री-बुकिंग और ज्वेलरी की पसंद:धनतेरस के दिन, बाजारों में भारी भीड़ को देखकर कई लोग पहले से ही ज्वेलरी की प्री-बुकिंग कर लेते हैं. महिलाओं की ऐसी सोच है कि वे अपने पसंदीदा डिजाइन की तस्वीरें पहले ही सेव कर लेती हैं और धनतेरस के दिन खरीदारी करती हैं. ऋचा, एक उत्साही खरीदार, ने बताया कि वह पूरे साल इस दिन का इंतज़ार करती हैं ताकि नए और आकर्षक सेट खरीद सकें. उन्होंने इस साल गोल्ड और डायमंड का सेट खरीदा है जिसे उन्होंने पहले से इंस्टाग्राम पर सेव किया था.