चंडीगढ़ : हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी एक्सीडेंटल सीएम हैं. ये कहना है कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सिंह सुरेजावाला का. उनके इस बयान को जब बीजेपी ने सुना तो पलटवार ना हो ऐसा तो हो ही नहीं सकता. बीजेपी की पूर्व सांसद सुनीता दुग्गल ने पूरे मामले को लेकर जमकर पलटवार किया है.
"नायब सिंह सैनी एक्सीडेंटल सीएम" :दरअसल नायब सिंह सैनी ने रणदीप सिंह सुरजेवाला पर निशाना साधते हुए उन्हें सरकारी डूम बताया था. वहीं रणदीप सिंह सुरजेवाला ने नायब सिंह सैनी को एक्सीडेंटल मुख्यमंत्री कहा था. डूम एक बेहद पिछड़ी हुई दलित जाति है जिसका पारंपरिक काम गाना बजाना होता है.
बीजेपी ने किया पलटवार :अब हरियाणा से बीजेपी की पूर्व सांसद सुनीता दुग्गल ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने सुरजेवाला के नायब सिंह सैनी को एक्सीडेंटल सीएम और दलित विरोधी बताने के बयान पर जमकर पलटवार किया है. उन्होंने सुरजेवाला और कांग्रेस पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं. सुनीता दुग्गल ने कहा कि कांग्रेस के नेता जिस तरीके से टीका टिप्पणी कर रहे हैं, ये उनके मानसिक दिवालियापन की निशानी है. लोकतंत्र में लोकमत की सबसे महत्वपूर्ण भूमिका होती है. 2019 में सुरजेवाला चुनाव हारे, जमानत भी बड़ी मुश्किल से बच पाई थी. उससे पहले जींद उपचुनाव भी हारे थे. इसके बाद राजस्थान से राज्यसभा सांसद बने. सुनीता दुग्गल ने कहा कि जात-पात की बात शोभा नहीं देती. डूम हरियाणा में एक दलित जाति है. क्या कांग्रेस डूम शब्द को गाली मानती है. इसका जवाब कांग्रेस दे.
"मनमोहन सिंह एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर" :सुनीता दुग्गल ने कहा कि कांग्रेस के समय में दलितों पर अत्याचार हुए है, ये बात सबको पता है. उन्होंने कहा कि सीएम नायब सिंह सैनी के लिए जो एक्सीडेंटल शब्द का इस्तेमाल हुआ, वो गलत है. मुख्यमंत्री तीन विधानसभा और एक लोकसभा का चुनाव अलग-अलग जगह से जीत चुके हैं. बीजेपी विधायकों ने उन्हें विधायक दल का नेता चुना है उन्हें कैसे एक्सीडेंटल मुख्यमंत्री कहा जा सकता है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के लिए एक्सीडेंटल शब्द ज्यादा प्रचलित है, क्योंकि मनमोहन सिंह को एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर कहा जाता था. प्रधानमंत्री तब किसी और को बनना था लेकिन अचानक मनमोहन सिंह को प्रधानमंत्री बना दिया गया और ये बात बीजेपी ने नहीं कही थी बल्कि उनके ही साथ ही काम करने वाले एक शख्स ने कही थी.