नई दिल्ली/गाजियाबाद:गाजियाबाद के ट्रोनिका सिटी थाने की पुलिस ने हत्या का खुलासा करते हुए मुख्य आरोपी गुलफाम और शहनाज को गिरफ्तार किया, जो कि पति-पत्नी हैं. दरअसल, गुलफाम दंगे के एक मामले में 11 साल जेल में बंद था, जिसने हाल ही में रिहा होने के बाद हत्या की वारदात को अंजाम दिया. पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल डंडा, मृतक राशिद का मोबाइल और खून से सने कपड़े बरामद किए हैं.
बताया गया कि घटना बीते 17 सितंबर की है, जब एक महिला ने अपने पति (राशिद) का शव खेत में मिलने की रिपोर्ट दर्ज कराई. इस पर पुलिस ने तीन टीमें बनाकर जांच शुरू की. इसके बाद गुलफाम और शहनाज को शुक्रवार को सिकरौरा गांव से गिरफ्तार किया गया. पूछताछ में सामने आया कि गुलफाम मुजफ्फरनगर के दंगे में शामिल था. इसके लिए वह 11 साल तक जेल में बंद रहा. इस साल पांच अगस्त को जेल से बाहर आने के बाद उसने राशिद की हत्या कर दी. जेल में गुलफाम की मुलाकात महताब नामक व्यक्ति से हुई, जो उसका करीबी बन गया था. महताब और उसकी पत्नी शहनाज ने ही गुलफाम की जमानत कराई थी.
इसलिए की हत्या:आरोपी ने कबूलनामे में बताया कि राशिद के बेटे ने सुहैल (अन्य आरोपी) का फोन चोरी करने की बात कबूली थी. इसके बाद से महताब व अन्य उस पर पैसे देने के लिए दबाव बना रहे थे. इसके चलते वह घर से भाग गया. जब वह वापस नहीं लौटा तो राशिद ने धमकी दी की अगर उसका बेटा वापस नहीं आया तो वो सबको जेल भिजवा देगा. इसके बाद आरोपी गुलफाल महताब के घर गया, जहां उन लोगों ने राशिद की हत्या की योजना बना डाली.