नई दिल्ली:दिल्ली के शाहबाद डेयरी में मीट की दुकान की जांच करने पहुंची नगर निगम की टीम पर बुधवार रात को हमला कर दिया. नगर निगम के उपनिदेशक (पशु चिकित्सा) की शिकायत पर पुलिस ने बवाना विधायक जयभगवान उपकार, पूर्व पार्षद श्रद्धानंद समेत आठ से नौ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. बिना लाइसेंस के मीट की दुकान चलने की शिकायत के बाद नगर निगम टीम शाहबाद डेयरी पहुंची थी.
जानकारी के अनुसार, बवाना विधायक जयभगवान उपकार और उनके साथियों पर मारपीट, सरकारी काम में बाधा पहुंचाने संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है. बवाना विधायक जय भगवान और एमसीडी कर्मचारियों के बीच हुए झगड़े से जुड़ा एक वीडियो भी सामने आया है. फिलहाल, मामले में जांच और पूछताछ लगातार जारी है. घायल दो निगम कर्मियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
एमसीडी नरेला जोन की टीम ने की जांच :जानकारी के मुताबिक, एमसीडी नरेला जोन टीम अचानक शाहबाद डेयरी पहुंची और अवैध मीट की दुकानों पर जांच करने लगी. एमसीडी की टीम बिना पुलिस को जानकारी दिए ही इलाके में पहुंच गई और जब वह इलाके में बने हुए शाहबाद डेयरी के बी ब्लॉक स्थित गुल मोहम्मद की एक मीट दुकान पर पहुंची तो वहां 15 बकरे रखे हुए थे, इस बात पर जब पूछताछ की गई तो दुकानदार जवाब नहीं दे पाया. पुलिस की मौजूदगी में ही अधिकारियों ने उस दुकानदार का चालान काट दिया.
बिना लाइसेंस के मीट दुकान चलने की मिली थी शिकायत :दिल्ली में बवाना थाने के विधायक पर कर्मचारियों के साथ मारपीट करने और सरकारी काम में बाधा पहुंचाने के आरोप लगे हैं, जिस पर अधिकारियों ने शिकायत दर्ज करायी तो पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए मुकदमा दर्ज किया है. दरअसल मामला एक मीट की दुकान से जुड़ा हुआ है,जो बिना लाइसेंस के चल रही थी.
विधायक ने MCD अधिकारियों के साथ की बदसलूकी :दुकानदार गुल मोहम्मद ने फोन करके स्थानीय विधायक जय भगवान और काउंसलर को बुला लिया. इसके बाद गुस्से में तमतमाते हुए विधायक साहब मौके पर पहुंचे. आरोप है कि उन्होंने एमसीडी अधिकारियों के साथ बदसलूकी की और मारपीट की. इसी के साथ-साथ काम में बाधा भी पहुंचाई और चालान काटने से इनकार करने लगे. इसके बाद नगर निगम के नरेला जोन के अधिकारियों ने इस बाबत पुलिस को शिकायत दी, जिसके बाद पुलिस की मौजूदगी में ही अधिकारियों ने उस दुकानदार का चालान भी काटा.
अधिकारियों की शिकायत पर मुकदमा दर्ज:जानकारी के अनुसार, अधिकारियों ने इस बाबत थाने में लिखित शिकायत दी, जिसके बाद पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए विधायक जय भगवान और उनके कुछ साथियों पर मुकदमा दर्ज कर लिया है. सरकारी कर्मचारियों के साथ मारपीट और सरकारी काम में बाधा पहुंचाने संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है. पुलिस अब मामले की जांच में जुटी हुई है, हालांकि अभी तक इस मामले में किसी की भी गिरफ्तारी नहीं हुई है.