वाराणसी : बकायेदारों को लेकर नगर निगम वाराणसी काफी सख्त रवैया अपना रहा है. इसे लेकर एक दिन पहले ही 102 बड़े बकायेदारों की लिस्ट जारी करते हुए पानी और सीवर के कनेक्शन काटे जाने के निर्देश जारी किए गए थे. जिस पर कार्रवाई करते हुए बुधवार से नगर निगम ने एक्शन लेना शुरू कर दिया है. टीम ने 9 बड़े बकायेदारों का जल और सीवर कनेक्शन काट दिया, जबकि चार बड़े बकायदारों ने भुगतान किया है. इस मामले में लापरवाही करने को लेकर नगर निगम के कई कर्मचारियों पर नगर आयुक्त ने कार्रवाई भी की है. कुछ का वेतन रोका गया, जबकि कुछ को निलंबित कर दिया गया है.
नगर निगम के जनसंपर्क अधिकारी संदीप श्रीवास्तव ने बताया कि जलकल के महाप्रबंधक अनूप सिंह के निर्देश पर बड़े जलकर व सीवरकर के बकायेदारों के विरूद्ध बुधवार से कार्रवाई शुरू कर दी गई है. पहले दिन ही नौ बड़े बकायेदारों का पानी का कनेक्शन एवं उनके भवन का सीवर कनेक्शन बंद कर दिया गया. जलकल विभाग ने प्रथम चरण में 102 बड़े बकायेदारों को चिन्हित किया है, जिन पर 2.5 करोड़ रुपये का जलकर एवं सीवरकर बकाया है. चार भवन स्वामियों ने कनेक्शन काटने गई टीम को तत्काल 4.27 लाख रुपये का भुगतान कर दिया है. महाप्रबंधक जलकल ने बताया कि बड़े बकायेदारों की दूसरी सूची भी तैयार की जा रही है, जिनके विरूद्ध कार्रवाई की जायेगी.
नगर निगम के जनसंपर्क अधिकारी के मुताबिक, नगर आयुक्त अक्षत वर्मा ने सख्त रूप अपनाते हुए कार्य में लापरवाही बरतने व निर्देशों का पालन न करने के आरोप में कड़ी कार्रवाई की है. उन्होंने मुख्य कर निर्धारण अधिकारी राकेश कुमार सोनकर सहित पांच राजस्व कर निरीक्षकों का वेतन अग्रिम आदेश तक रोकने के निर्देश दिए हैं, साथ ही इन पांचों कर्मचारियों को प्रतिकूल प्रविष्टि भी दी गई है. साथ ही एक नायब मोहर्रिर को भी निलंबित किया गया है. उन्होंने बताया कि पूर्व में नगर आयुक्त की ओर से कर वसूली से सम्बन्धित कई बैठकों में गृहकर वसूली मानक के अनुरूप करने तथा भवनों में क्यूआर कोड लगाए जाने के लिए निर्देशित किया था.