मध्य प्रदेश

madhya pradesh

ETV Bharat / state

सिंधिया की राज्यसभा सीट हुई खाली, रेस में हैं ये दिग्गज, क्या चौंका सकती है भाजपा - Scindia RS seat declared Vacant - SCINDIA RS SEAT DECLARED VACANT

गुना-शिवपुरी लोकसभा सीट से चुनाव जीतने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया की राज्यसभा सीट रिक्त घोषित कर दी गई है. इस राज्यसभा सीट पर अब उपचुनाव होंगे. ज्योतिरादित्य सिंधिया पहले राज्यसभा से सांसद थे. ऐसे में अब कई नेता इस सीट की रेस में आ गये हैं. पढ़िए कौन है आगे...

Jyotiraditya Scindia RS seat declared Vacant
सिंधिया की राज्यसभा सीट रिक्त घोषित (ETV Bharat Graphics)

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Jun 12, 2024, 12:38 PM IST

Updated : Jun 12, 2024, 12:44 PM IST

MP Rajya Sabha By Poll 2024: मोदी मंत्रिमंडल में टेलिकॉम और पू्र्वोत्तर विभाग के मंत्री बनाए गए ज्योतिरादित्य सिंधिया की राज्यसभा की सीट रिक्त घोषित कर दी गई है. ज्योतिरादित्य सिंधिया ने गुना-शिवपुरी लोकसभा सीट पर यादवेंद्र सिंह को 5 लाख 40 हजार 929 वोटों से हराकर जीत दर्ज की है. ऐसे में अब उनकी राज्यसभा की सीट पर उपचुनाव होगा. 2020 में ज्योतिरादित्य सिंधिया जब बीजेपी में शामिल हुए थे तब उन्हें पार्टी ने राज्यसभा का सांसद बनाया था और नागरिक उड्डयन विभाग की जिम्मेदारी सौंपी थी.

बीजेपी उम्मीदवार केपी यादव से हार गए थे सिंधिया

2019 का लोकसभा चुनाव ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस के टिकट पर लड़ा था और वे भाजपा उम्मीदवार केपी यादव से हार गए थे. उसके बाद उन्होंने 2020 में बीजेपी ज्वाइन कल ली थी. इसके बाद मध्यप्रदेश में कमलनाथ की 15 महीने की सरकार गिर गई थी और शिवराज सिंह चौहान फिर से मुख्यमंत्री बनाये गये थे. अब सिंधिया के लोकसभा सांसद बनने के बाद उनकी राज्यसभा सीट को रिक्त घोषित कर दिया गया है.

मध्य प्रदेश राज्यसभा उपचुनाव की रेस (ETV Bharat Graphics)

मध्य प्रदेश में राज्यसभा का उपचुनाव

ज्योतिरादित्य सिंधिया की सीट खाली होने के बाद अब उपचुनाव कराया जायेगा. इस सीट पर भाजपा की तरफ से कौन प्रत्याशी होगा इसकी अभी घोषणा नहीं हुई है. बताया जा रहा है राज्यसभा उपचुनाव के कार्यक्रम का ऐलान होने के बाद घोषणा की जायेगी. वहीं, इस सीट से राज्यसभा भेजने के लिए कई नामों की चर्चा चल रही है. ज्योतिरादित्य सिंधिया का कार्यकाल 21 जून 2026 तक है. सिंधिया जून 2020 में राज्यसभा सांसद चुने गए थे. वहीं, लोकसभा चुनाव से पहले तक मध्य प्रदेश से बीजेपी के 8 सांसद राज्यसभा में थे. सिंधिया के अलावा उमेश नाथ महाराज, बंसीलाल गुर्जर, एल. मुरूगन, माया नरोलिया, कविता पाटीदार, सुमित्रा वाल्मीकि, सुमेर सिंह सोलंकी बीजेपी से राज्यसभा सांसद हैं. वहीं, कांग्रेस के 3 राज्यसभा सांसद हैं अशोक सिंह, विवेक तन्खा और दिग्विजय सिंह. मध्य प्रदेश में राज्यसभा की कुल 11 सीटें हैं.

रेस में हैं ये दिग्गज

मध्य प्रदेश में राज्यसभा की एक सीट खाली होने के बाद अब भाजपा में सियासत तेज हो गई है. कई हारे हुए दिग्गजों में उम्मीद जाग उठी है कि उन्हें शायद राज्यसभा में भेज दिया जाये. इस फेरिस्त में सबसे पहला नाम नरोत्तम मिश्रा का आता है. वे शिवराज सरकार में गृहमंत्री की भूमिका निभा चुके हैं और 2023 के विधानसभा चुनाव में उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा. हालांकि, उन्हें उम्मीद थी की पार्टी उन्हें लोकसभा चुनाव में टिकट देगी, लेकिन ऐसा न हुआ. नरोत्तम मिश्रा की दावेदारी इसलिए भी मजबूत मानी जा रही है क्योंकि इस लोकसभा चुनाव के दौरान उन्होंने कांग्रेस को पूरी तरह से छलनी कर दिया और 18 हजार से अधिक कांग्रेसियों को भाजपा में शामिल करा दिया.

राज्यसभा की रेस में नरोत्तम मिश्रा (ETV Bharat Graphics)

केपी यादव मजबूत दावेदार

दूसरा नाम केपी यादव का है. इस चुनाव में उन्होंने सिंधिया के लिए अपनी सीट कुर्बान कर दी थी. एक दौर था जब उन्होंने सिंधिया को 2019 के लोकसभा चुनाव में जोरदार पटखनी दी थी. इनकी संभावना इसलिए भी मजबूत है क्योंकि चुनाव सभा के दौरान अमित शाह ने कहा था कि "आप लोग केपी यादव की चिंता न करें, उनके लिए हमने सोच रखा है." ऐसे में संभावनाएं हैं कि भाजपा सिंधिया की खाली सीट पर केपी यादव पर दांव लगा सकती है.

केपी यादव मजबूत दावेदार (ETV Bharat Graphics)

ये भी पढ़ें:

मध्यप्रदेश में राज्यसभा के 5 प्रत्याशी निर्विरोध निर्वाचित, 1 सीट कांग्रेस के खाते में गई

मोदी 3.0 में मंत्री बने शिवराज, सिंधिया और वीरेन्द्र खटीक, इसलिए मिली मंत्रिमंडल में जगह

ज्योतिरादित्य सिंधिया का संचार मंत्रालय से पुराना और इमोशनल कनेक्शन, मंत्रालय पहुंचते ही राजफाश

सीनियर नेता को भेज सकती है राज्यसभा

मध्यप्रदेश के केपी यादव और नरोत्तम मिश्रा के अलावा मध्यप्रदेश की विदिशा सीट से सांसद रहे रमाकांत भार्गव और राम जन्म भूमि से जुड़े रहे जयभान सिंह पवैया भी राज्यसभा के दावेदार हो सकते हैं. रमाकांत भार्गव शिवराज सिंह के करीबी माने जाते हैं. वैसे उन्हें बुधनी विधानसभा सीट से भी उपचुनाव में उतारे जाने के कयास लगाए जा रहे हैं. उधर, जयभान सिंह पवैया भी राज्यसभा सीट के दावेदार माने जा रहे हैं. वे महाराष्ट्र बीजेपी के सह प्रभारी रहे हैं. राज्यसभा उम्मीदवार के रूप में पार्टी जातिगढ़ और क्षेत्रीय गणित को ध्यान में रखेगी.

बीजेपी ला सकती है चौंकाने वाला नाम

उधर, पार्टी राज्यसभा के लिए कोई चौंकाने वाला नाम भी ला सकती है. पिछली बार बीजेपी ने सुमित्रा बाल्मीकि को राज्यसभा भेजकर पार्टी नेताओं का ही चौंका दिया था. मध्यप्रदेश से कई बाहरी नेताओं को भी राज्यसभा से भेजा जाता रहा है. माना जा रहा है कि मध्यप्रदेश से किसी बाहरी नेता को भी राज्यसभा भेजा जा सकता है. इसमें एक नाम स्मृति ईरानी का माना जा रहा है. वे राहुल गांधी से लोकसभा का चुनाव हार गई हैं. वैसे अभी डॉ. एल मुरूगन मध्यप्रदेश से राज्यसभा सदस्य हैं, जिनका कार्यकाल 2030 तक है.

Last Updated : Jun 12, 2024, 12:44 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details