रांची:झारखंड विधानसभा चुनाव के पहले फेज की वोटिंग 13 नंवबर को संपन्न हो चुकी है. पहले फेज में 43 सीटों पर मतदान हुआ, जहां वोटिंग प्रतिशत 66.48 रहा. यह आंकड़ा 2019 के विधानसभा चुनाव से 3 फीसदी अधिक है. हालांकि, मतदान के अंत में मामूली वृद्धि की संभावना है, जबकि पोस्टल बैलेट का पूरा डेटा आने के बाद मतदान प्रतिशत में आंशिक वृद्धि होगी. मुख्य निर्वाचन अधिकारी के रवि कुमार ने ये जानकारी दी.
मुख्य निर्वाचन अधिकारी के रवि कुमार ने बताया कि पहले चरण की 43 विधानसभा सीटों पर मतदान संपन्न होने के बाद ईवीएम, वीवीपैट आदि स्ट्रांग रूम में पहुंच गए हैं. इन्हें सील कर दिया गया है. स्ट्रांग रूम की त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है. सभी 15 जिलों के स्ट्रांग रूम की सुरक्षा में अर्धसैनिक बलों की एक-एक कंपनी तैनात है. प्रथम चरण में शांतिपूर्ण मतदान के लिए मतदाताओं का आभार व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि किसी भी बूथ पर पुनर्मतदान नहीं हो रहा है. उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में मतदान अपेक्षा के अनुरूप हुआ, लेकिन शहरी क्षेत्रों में कम मतदान हुआ. आगामी चुनावों को ध्यान में रखते हुए चुनाव आयोग शहरी क्षेत्रों में मतदान प्रतिशत बढ़ाने पर फोकस करते हुए काम करेगा.
मतदान के दिन आदर्श आचार संहिता उल्लंघन के 10 मामले दर्ज
मतदान के दिन विभिन्न मामलों में कुल दस केस दर्ज किये गये, जिनमें कांके, हटिया और रांची में एक-एक, जमशेदपुर पूर्वी में चार, जमशेदपुर पश्चिमी में दो और पलामू में एक मामला दर्ज किया गया. एक सवाल के जवाब में मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा कि चुनाव आयोग की आदर्श आचार संहिता लागू रहने के दौरान भी पहले से चल रही योजना के क्रियान्वयन पर कोई रोक नहीं है. उन्होंने बताया कि राज्य में आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद से विभिन्न एजेंसियों द्वारा 2 अरब 13 करोड़ रुपये से अधिक की अवैध सामग्री और नकदी जब्त की गयी है.