मंकी पॉक्स को लेकर चंडीगढ़ में अलर्ट जारी, जानें क्या है ये बीमारी और कैसे करें इसका बचाव (Etv Bharat) चंडीगढ़: वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाइजेशन ने मंकी पॉक्स को लेकर एडवाइजरी जारी की है. चंडीगढ़ प्रशासन की ओर से भी इस संबंध में एडवाइजरी जारी की गई है. पीजीआई के पब्लिक हेल्थ डिपार्टमेंट के एपिडेमियोलॉजी मॉडलिंग का कम्युनिकेबल एंड नॉन कम्युनिकेबल डिजीज डॉक्टर पीवी एम लक्ष्मी ने इस बीमारी को लेकर ईटीवी भारत से बातचीत की और इस बीमारी पर विस्तार से चर्चा की.
मंकी पॉक्स को लेकर अलर्ट: डॉक्टर पीवी एम लक्ष्मी ने बताया कि मंकी पॉक्स संबंधी संक्रमण को देखते हुए पीजीआई के त्वचा रोग विभाग को जांच और प्रबंधन का जिम्मा सौंपा गया है. उन्होंने कहा कि अगर किसी भी रोगी में मंकी पॉक्स के लक्षण मिलते हैं, तो उसे तुरंत अस्पताल लेकर आएं.
क्या है मंकी पॉक्स?मंकी पॉक्स को एम-पॉक्स भी कहा जाता है. इस बीमारी का संक्रमण होने पर त्वचा रोग होता है. मंकी पॉक्स से शरीर में जगह-जगह फोड़े हो जाते हैं. जो मरीज की त्वचा को बुरी तरह प्रभावित करते हैं.
मंकी पॉक्स के लक्षण: डॉक्टर पीवी एम लक्ष्मी ने बताया कि मंकी पॉक्स एक संक्रामक रोग है. ये एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है. मंकी पॉक्स के मरीज को सिर दर्द होना, बुखार आना, सिर में सूजन होना, पीठ दर्द होना, मांसपेशियों में दर्द होने की शिकायत होती है. इसके साथ ही मरीज को बुखार उतारने के बाद शरीर में चकत्ते आ जाते हैं. इनमें अधिक खुजली या दर्द हो सकता है. संक्रमण आमतौर पर अपने आप ठीक हो जाता है. ये ठीक होने में 14 से 21 दिनों का समय लेता है. वहीं गंभीर मामलों में घाव पूरे शरीर पर हो जाते हैं, जो मुंह, आंखें और गुप्त अंगों पर बुरा असर डालते हैं.
कैसे फैलता है मंकी पॉक्स? डॉक्टर लक्ष्मी ने बताया कि मंकीपॉक्स एक ऐसा संक्रमण है जो किसी बाहरी देश से होता हुआ भारत में आ गया है. जिस व्यक्ति ने हाल ही में मंकी पॉक्स संक्रमित देशों में सफर किया है, या वो मंकी पॉक्स के किसी भी संक्रमित मरीज के संपर्क में आया है, तो उसे मंकीपॉक्स हो सकता है. ऐसे में विदेश से सफर करके आए लोगों को अपना एक बार चेकअप करवा लेना चाहिए.
इस तरह कर सकते हैं बचाव: इस वायरस से बचाव के लिए संक्रमित व्यक्ति के लक्षणों की पहचान करना जरूरी है. संक्रमित इंसान से दूर रहें. इस परेशानी से बचने के लिए साफ सफाई का खास तौर पर ध्यान रखें.
एयरपोर्ट और चंडीगढ़ प्रशासन सतर्क: चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर मंकी पॉक्स को लेकर संबंधित अधिकारियों को सूचित कर दिया गया है. ऐसे में किसी भी मरीज में अगर मंकी पॉक्स के लक्षण पाए जाते हैं, तो वो तुरंत एक इमरजेंसी की मदद से मरीज को एयरपोर्ट से सीधा स्वास्थ्य संस्था में लाएगी. चंडीगढ़ के तीन बड़े स्वास्थ्य केंद्र हैं. जिन्हें इस तरह के मरीज की देखने के लिए कहा गया है. जिसमें सेक्टर 32 का मेडिकल कॉलेज, सेक्टर 16 सरकारी अस्पताल और पीजीआई शामिल है. फिलहाल चंडीगढ़ और इसके आसपास इलाकों में मंकी पॉक्स का मरीज नहीं देखा गया है. इसके अलावा चंडीगढ़ प्रशासन की ओर से सभी स्वास्थ्य संस्थानों को इस संबंध में एडवाइजरी जारी कर दी गई है.
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