नई दिल्ली: दिल्ली के मेयर महेश कुमार और डिप्टी मेयर रवीन्द्र भारद्वाज ने कचरा संवेदनशील बिंदुओं (जीवीपी) को लेकर खत्म करने के लिए किए जा रहे कार्यों की प्रगति जानने के लिए 6 जोन के उपायुक्तों के साथ साप्ताहिक समीक्षा बैठक की. इस उच्च स्तरीय बैठक में 6 क्षेत्रों के उपायुक्तों ने भाग लिया, जिसका उद्देश्य जीवीपी को स्थायी रूप से खत्म करना था.
मेयर महेश कुमार ने जीवीपी बिंदुओं की दो बार दैनिक निगरानी की आवश्यकता पर जोर दिया ताकि उनका उन्मूलन सुनिश्चित किया जा सके. बैठक के दौरान, उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रतिदिन सुबह शाम जीवीपी की सफाई उपरांत फोटो उनके साथ साझा की जाए. मेयर ने जीवीपी से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की और संबंधित अधिकारियों से प्रगति रिपोर्ट भी प्राप्त की.
ऑटो टिप्पर की संख्या बढ़ाने का आदेश:बैठक के दौरान मेयर ने उपायुक्तों को हटाए गए जीवीपी का सौंदर्यीकरण करने, डस्टबिन लगाने तथा क्षेत्र को शीट से बंद करने का निर्देश दिया. उन्होंने जीवीपी पर साइनेज लगाने का भी निर्देश दिया कि इन बिंदुओं पर कचरा फेंकने पर चालान जारी किया जाएगा. मेयर ने ऑटो टिपर की संख्या बढ़ाने को भी कहा.
दिल्ली को साफ सुथरा करने की व्यापक पहल:यह बैठक दिल्ली को साफ करने की व्यापक पहल का हिस्सा है, जिसमें प्रत्येक जोन में विशेष सफाई अभियान चलाया जाएगा. मेयर ने प्रत्येक वार्ड को अच्छी तरह से साफ करने का संकल्प लिया है, जिससे दिल्ली के निवासियों के लिए स्वच्छ और स्वस्थ वातावरण सुनिश्चित हो सके. जीवीपी से निपटने के जरिए, दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) का लक्ष्य खुले स्थानों पर कचरा फेंकने से रोकना है, और सफाई बनाए रखने के लिए उनकी जगह फूलों के गमले रखना है. नागरिकों से इस अभियान का समर्थन करने और कचरा संवेदनशील बिंदुओं की सूचना एमसीडी हेल्पलाइन पर देने का आग्रह किया जाता है.