रायपुर: पुरखौती मुक्तांगन परिसर से राष्ट्रपति ने महतारी वंदन योजना की नवीं किश्त जारी की. महतारी वंदन योजना की किश्त महीने की पहली तारीख को खाते में आती है. दीपावली का त्योहार होने के चलते सरकार ने समय से पहले अक्टूबर महीने की किश्त जारी कर दी है. राष्ट्रपति ने बटन दबाकर 69 लाख 68 हजार महिलाओं के खाते में 651 करोड़ 37 लाख रुपए की राशि ट्रांसफर की. जशपुर की 2 लाख 32 हजार से अधिक महिलाओं को 23 करोड़ से अधिक की राशि दीवाली पर उपहार के रूप में मिली. जशपुर सीएम विष्णु देव साय का गृह जिला है.
महतारी वंदन योजना की राशि ट्रांसफर: इस योजना के तहत अब तक राज्य की महिलाओं को कुल 5878 करोड़ 37 लाख की आर्थिक सहायता मिल चुकी है. राज्य की महिलाओं को महतारी वंदन योजना के तहत प्रतिमाह 1 हजार रूपए की राशि और साल में कुल 12 हजार दिए जाएंगे. योजना के तहत मिलने वाली राशि से महिलाओं के स्वास्थ्य, पोषण, आर्थिक स्वावलंबन और सशक्तिकरण को बढ़ावा मिल रहा है. महिलाएं इस राशि का इस्तेमाल अपने बच्चों के लिए कॉपी किताब खरीदने सहित घरेलू कामों में कर रही हैं.
महतारी वंदन योजना से मिले पैसों को मैंने जमा कर रखा है. दीपावली पर मैं सबके लिए इन पैसों से उपहार लूंगी.:गौरी, ग्रामीण, जशपुुर
दीपावली से पहले पैसे मिलने की खुशी है. त्योहार पर रौनक और बढ़ जाएगी. बच्चों के लिए मिठाई और पटाखे खरीदूंगी. :बिरसमुनी, जशपुर
सीएम हैं बधाई के पात्र: मधुबनटोली की रहने वाली ललिता यादव और सरिता यादव ने बताया कि पहले छोटी छोटी जरूरतों के लिए पति और घर वालों पर आश्रित होना पड़ता था. अब खुद के साथ बच्चों का शौक भी महतारी वंदन के पैसों से पूरा हो जाया करता है. इस बार सीएम विष्णुदेव साय की पहल से हमें दीवाली के पहले ही पैसे मिल गए हैं. इस बात की खुशी है. साय सरकार को हम इसके लिए बधाई देते हैं.
क्या है महतारी वंदन योजना
छत्तीसगढ़ सरकार ने गरीबी रेखा से नीचे की महिलाओं के लिए ‘महतारी वंदन योजना’ की शुरुआत की. योजना के तहत प्रत्येक महिला को हर महीने ₹1000 की सहायता दी जाती है.
हर महिला के खाते में सालाना ₹12,000 की राशि सीधे खातों में क्रेडिट की जाती है.
इस योजना का लाभ विशेष रूप से विवाहित महिलाओं को मिलता है.
योजना के लिए आवंटित बजट ₹1200 करोड़ रखा गया है.
महतारी वंदन योजना का पात्र कौन होगा
यदि आप छत्तीसगढ़ राज्य की मूल निवासी हैं तो आप इस योजना के लिए पात्र हैं.
योजना का लाभ उन महिलाओं को मिलता है जो विवाहित, तलाकशुदा या विधवा हैं.
इस योजना के तहत 21 वर्ष से 60 वर्ष की आयु की महिलाओं को लाभ दिया जाता है.
यदि आपने आंगनवाड़ी केंद्र के माध्यम से या ऑनलाइन इस योजना के लिए आवेदन किया है, तो आपका नाम लाभार्थी सूची में शामिल किया जाएगा.