भिलाई में पर्वत से प्रकट हुआ शिवलिंग, शिवभक्त हुए मंत्रमुग्ध
Mahashivratri 2024 इस्पात नगरी भिलाई के सेक्टर 7 स्थित प्रजापिता ब्रहाकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय में महाशिवरात्रि पर्व की शुरुआत की गई. इस दौरान संस्थान में बनाए गए झांकी के विशाल पर्वत से ड्रोन के जरिए शिवलिंग प्रकट हुआ. Drone Shivling
दुर्ग भिलाई: महाशिवरात्रि के अवसर पर पूरा भिलाई शहर भोले बाबा की भक्ति में सराबोर हो गया है. शिवालयों में महादेव और माता पार्वती की पूजा के लिए विशेष तैयारियां की जा रही हैं. शहर में जगह जगह पर धार्मिक आयोजन किये जा रहे हैं. इसी कड़ी में सेक्टर 7 स्थित प्रजापिता ब्रहाकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय ने द्वादश ज्योतिर्लिंग की भव्य झांकी का निर्माण किया हैं.
हर्षोल्लास के साथ मनाया महाशिवरात्रि पर्व: ब्रह्माकुमारी संस्थान के पीस ऑडिटोरियम में महाशिवरात्रि पर्व बड़े ही उमंग, उत्साह और हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. इस अवसर पर भिलाई सेवा केन्द्रों की निदेशिका ब्रह्माकुमारी आशा दीदी ने सभी लोगों को महाशिवरात्रि पर्व की बधाई और शुभकामनाएं दी. उन्होंने कहा, "परम पिता परमात्मा शिव इस पावन धरा पर हमारे लिए ही आये हैं. जैसे श्वांस के बिना जीवन नहीं चलता, ऐसे ही हमारी हर सांस में उमंग, उत्साह समाया हुआ है. दुनिया में निराशा और अशांति होने के बावजूद भी हमारा जीवन उमंग उत्साह से भरपूर हो, जिसे देख दूसरों को भी जीवन जीने की प्रेरणा मिले."
इस धरती को पावन बनाने के लिए परमात्मा शिव परमधाम से ब्रह्मा तन का आधार लेकर अवतरित होते है. इस विज्ञान के युग में इतने सुंदर साधन मिले हैं, इन साधनों का यदि सदुपयोग करें, तो हम सतयुग की स्थापना कर सकते हैं. हमें इस पावन पर्व महाशिवरात्रि पर नेगेटिविटी, बुराइयों, कुसंग से दूर रह पवित्र शुभ दृष्टि, श्रेष्ठ संग, दैवीय गुण धारण करने का व्रत रखना है. - आशा दीदी, निदेशिका, ब्रह्माकुमारी भिलाई
ड्रोन के जरिए प्रकट हुआ शिवलिंग: दरअसल, सेक्टर 7 स्थित प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय भिलाई के अंतर्दिशा भवन परिसर में द्वादश ज्योतिर्लिंग झांकी बनाई गई है. इस दौरान ड्रोन के जरिए शिवलिंग आसमान से होकर जनता के सामने से होते हुए झांकी के निर्धारित जगह पर स्थापित किया गया. जिसे देख सभी रोमांचित हो उठे. यह शिवलिंग ड्रोन द्वारा विशाल पर्वत श्रृंखला से प्रकट हुआ. जिसे देखकर सभी के चेहरे प्रसन्नता से खिल उठे.
द्वादश ज्योतिर्लिंग झांकी बनी आकर्षण का केंद्र: इस दौरान परमात्मा शिव पिता को ब्रह्माकुमारी बहनों ने भोग कराया. जिसके बाद शिव ध्वजारोहण कर महाशिवरात्रि पर्व मनाया गया. यह द्वादश ज्योतिर्लिंग दर्शन यात्रा अलौकिक विशाल पर्वत श्रृंखला पर बनी है, जिसमें बनी गुफाओं से सभी ज्योतिर्लिंग के दर्शन होते हैं. यह झांकी 11 मार्च तक आम जनता के लिए खुली रहेगी और यह निशुल्क रहेगी. दर्शन का समय सुबह 8 बजे से दोपहर 11 बजे तक और शाम 5:00 बजे से रात 10:00 बजे तक रहेगा.