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यूपी के इस जिले के 52 स्कूल दे रहे कॉन्वेंट स्कूलों को टक्कर, अफसरों ने गोद लेकर बदल दी सूरत

Rejuvenation of Government Schools : महाराजगंज के सरकारी स्कूलों में पुस्तकालय, स्मार्ट व ओपन क्लास रूम, एस्ट्रोनॉमी रूम जैसी सुविधाएं.

बदल गई सरकारी विद्यालयों की रंगत.
बदल गई सरकारी विद्यालयों की रंगत. (Photo Credit : ETV Bharat)

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Dec 3, 2024, 12:04 PM IST

महाराजगंज : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर शिक्षा विभाग प्रदेश के सरकारी विद्यालयों का कायाकल्प करने में जुटा है. इसी कड़ी में महाराजगंज जिला प्रशासन ने 52 सरकारी स्कूलों की सूरत बदल दी है. सरकारी विद्यालयों को संवारने में अधिकारियों की भूमिका अहम रही. विभिन्न अधिकारियों ने 52 विद्यालयों को संवारने का जिम्मा लिया था. इसके बाद सरकारी स्कूलों में पुस्तकालय, स्मार्ट व ओपन क्लास रूम, एस्ट्रोनॉमी रूम, सीसीटीवी कैमरा, किचन शेड, बुक बैंक जैसी सुविधाएं विकसित की गईं. अब ये स्कूल कॉन्वेंट स्कूलों को टक्कर दे रहे हैं.

महाराजगंज के सरकारी विद्यालयों का कायाकल्प. देखें खबर (Video Credit : ETV Bharat)

जिलाधिकारी अनुनय झा ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया कि मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश की प्राथमिकताओं के अनुरूप जिला प्रशासन द्वारा अगस्त में जनपद के 52 विद्यालयों को 52 अधिकारियों को गोद देकर उनका कायाकल्प शुरू किया गया था. इसके बाद सभी 52 विद्यालयों को जनसहयोग के माध्यम से ऑपरेशन कायाकल्प के 9 पैरामीटर के आधार पर संतृप्त किया गया. विद्यालयों में पुस्तकालय, स्मार्ट क्लास रूम, ओपन क्लास रूम, एस्ट्रोनॉमी रूम, सीसीटीवी कैमरा, किचन शेड, बुक बैंक जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं. विद्यालयों की दीवारों पर वाॅल पेंटिंग कराई गई है. विद्यालयों में मल्टीपल हैंडवाश, बैठने के लिए बेंच, झूले आदि भी लगवाए गए हैं.

बच्चों के खेलने के भी बेहतर इंतजाम. (Photo Credit : ETV Bharat)
स्कूल में कई तरह की सुविधाएं मौजूद. (Photo Credit; ETV Bharat)

जिलाधिकारी अनुनय झा ने सभी 52 अधिकारियों, ग्राम प्रधानों और संबंधित विद्यालय के प्रधानाध्यापकों और शिक्षकों को धन्यवाद दिया है. डीएम ने कहा कि अब जिला प्रशासन इस कायाकल्प अभियान के तहत विद्यालयों के मानव संसाधन को मजबूत करने और बच्चों की अधिगम कौशल (सीखने की क्षमता) को बेहतर करने के लिए कार्य किया जाएगा. आशा है ये 52 विद्यालय जनपद के अन्य विद्यालयों के लिए आदर्श बनेंगे और पूरे जनपद के परिषदीय विद्यालयों के शैक्षणिक वातावरण में अमूल–चूल परिवर्तन परिलक्षित होगा. जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने कहा कि समस्त 52 विद्यालयों का कायाकल्प जिलाधिकारी के विशेष पहला और मार्गदर्शन का परिणाम है. विभाग अन्य विद्यालयों को इसी तर्ज पर विकसित करने के लिए क्रमिक प्रयास करेगा.

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