जयपुर. नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने भारतीय जनता पार्टी पर लोकसभा चुनाव में सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग के गंभीर आरोप लगाए हैं. जूली ने सोमवार देर शाम एक बयान जारी किया और झुंझुनू की पूर्व सांसद संतोष अहलावत के बयान को लेकर आपत्ति जताई. इस बयान से जुड़े एक वीडियो में अहलावत यह कहते हुए नजर आ रही हैं कि भारतीय जनता पार्टी को वोट नहीं देने वाले सरकारी कर्मचारियों को सूरजगढ़ में काम नहीं करने दिया जाएगा. टीकाराम जूली ने कहा कि जो कृत्य भाजपा पहले छिप-छिप कर करती थी. अब खुलकर धमकी देकर उसे अंजाम दिया जा रहा है. नेता प्रतिपक्ष ने इस सिलसिले में चुनाव आयोग से शिकायत करने की भी बात कही है. कांग्रेस की कड़ी प्रतिक्रिया में इस बयान को कर्मचारियों को धमकाने वाला और अपमानजनक बताया गया है.
यह था संतोष अहलावत का बयान :बीते शनिवार को अटल जनसंपर्क कार्यालय सूरजगढ़ में लोकसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी शुभकरण चौधरी के समर्थन में बूथ कार्यकर्ता सम्मेलन हुआ था. इस दौरान संतोष अहलावत के भाषण का एक वीडियो सामने आया, जिसमें भाजपा की प्रदेश महामंत्री और पूर्व सांसद संतोष अहलावत क्षेत्र के अधिकारियों और कर्मचारियों को खुली चुनौती देते दिख रही हैं. इसमें कहा गया है कि मेरे कार्यकर्ता, वोटर और शुभचिंतकों को कोई माई का लाल सरकारी दफ्तर में बैठकर सता नहीं सकता. ये मेरा वादा (कमीटमेंट) है आप से. मैं खुले मन से न्योता दे रही हूं, कह तो सीट दो, नहीं तो बिस्तर क काठी रस्सी बांध ल्यो.पांच साल तक सूरजगढ़ क्षेत्र में घुसने नहीं दूंगी, फिर चाहे कोई कुछ कहे. उन्होंने यह भी कहा कि मोदी को वोट नहीं देने वाले को कोई अधिकार नहीं है. गौरतलब है कि संतोष अहलावत भाजपा की सीनियर लीडर हैं, वे 16वीं लोकसभा में झुंझुनू से भाजपा सांसद रहीं थीं. इससे पहले वे साल 2013 में सूरजगढ़ से विधायक चुनी गई थीं. अहलावत साल 2000 में पंचायत समिति की प्रधान भी रह चुकी हैं.