नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव में इस बार भी आम आदमी पार्टी का परफार्मेंश अच्छा नहीं रहा है. मंगलवार को आए नतीजों ने आम आदमी पार्टी के उन दावों और वादों की हवा निकाल दी, जिनका खूब प्रचार किया गया था. इसका बड़ा उदाहरण आम आदमी पार्टी के सत्तारूढ़ राज्य दिल्ली और पंजाब हैं. तीन बार से दिल्ली की सत्ता पर काबिज आप अपने गढ़ दिल्ली को भी नहीं बचा पायी. जबकि, इस बार वह अकेले नहीं कांग्रेस के साथ 'इंडिया गठबंधन' के तहत चुनाव लड़ रही थी.
हैरान करने वाली बात तो यह है कि आम आदमी पार्टी ने इस बार दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, असम, चंडीगढ़, गुजरात, गोवा और चंडीगढ़ का चुनाव अकेले और कांग्रेस के साथ मिलकर लड़ा है. दिल्ली, हरियाणा और गुजरात में आप ने कांग्रेस के साथ मिलकर गठबंधन प्रत्याशी उतारे, जबकि चंडीगढ़ और गोवा की सीटों पर कांग्रेस ने प्रत्याशी उतारे. पंजाब और असम में आप ने कांग्रेस से अलग रहकर चुनाव लड़ा है. पंजाब की 13 में से सिर्फ 3 सीटों पर सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी को जीत हासिल हुई है. जबकि, बाकी सभी राज्यों में AAP को बड़ा झटका लगा है. किसी भी राज्य में पार्टी के प्रत्याशी जीत दर्ज नहीं कर पाए हैं.
आम आदमी पार्टी ने दिल्ली की 7 सीटों पर कांग्रेस के साथ मिलकर इंडिया गठबंधन के तहत चुनाव लड़ा है. पार्टी ने सात में से 4 सीटों पर अपने कैंडिडेट्स उतारे थे तो कांग्रेस ने तीन सीटों पर प्रत्याशी उतारे थे. दिल्ली में इंडिया गठबंधन को सातों सीटों पर शिकस्त मिली है. बीजेपी ने एक बार फिर से तीसरी बार दिल्ली में लगातार अपनी जीत दर्ज की है.
आम आदमी पार्टी ने ईस्ट दिल्ली से कुलदीप कुमार, वेस्ट दिल्ली से महाबल मिश्रा, दक्षिणी दिल्ली से सहीराम पहलवान और नई दिल्ली से सोमनाथ भारती को चुनावी मैदान में उतारा था लेकिन वो चुनावी दंगल में पास नहीं हो पाए. चारों सीटों पर आम आदमी पार्टी को शिकस्त मिली है. इन सभी सीटों पर बीजेपी ने जीत का परचम लहराया है. दिल्ली की बाकी तीन सीटों पर आप के साथ गठबंधन करने के बाद कांग्रेस ने नार्थ ईस्ट दिल्ली से कन्हैया कुमार, नार्थ वेस्ट दिल्ली से उदित राज और चांदनी चौक सीट से जेपी अग्रवाल को चुनाव में उतारा था. इनमें से भी कांग्रेस किसी सीट पर जीत दर्ज करने में सफल नहीं हो सकी.
पंजाब की 13 सीटों पर आम आदमी पार्टी ने अकेले चुनाव लड़ा था. पंजाब विधानसभा में विपक्ष में बैठी कांग्रेस के साथ आम आदमी पार्टी ने गठबंधन करना मुनासिब नहीं समझा. आम आदमी पार्टी को पंजाब में सिर्फ तीन सीटों पर ही जीत दर्ज हुई है, जिसमें होशियारपुर, अनंदपुर साहिब और संगरुर लोकसभा सीट शामिल है. वहीं, कांग्रेस ने भी 7 सीटों पर जीत हासिल की है. एक सीट बठिंडा से शिरोमणि अकाली दल की हरसिमरत कौर और खडूर साहिब और फरीदकोट सीट पर दो निर्दलीय प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की है.