कोरबा: छत्तीसगढ़ के इतिहास में यह पहला अवसर है. जब भाजपा और कांग्रेस दोनों ही प्रमुख पार्टियों से महिला उम्मीदवार एक दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ रही हैं. भाजपा से सरोज पांडे तो कांग्रेस से ज्योत्सना महंत मैदान में हैं. महिला सशक्तिकरण के इस दौर में कोरबा के स्थानीय प्रशासन ने भी एक नई पहल की है. कोरबा लोकसभा में वैसे तो 8 विधानसभा हैं, लेकिन लोकसभा मुख्यालय की कोरबा विधानसभा में सभी 249 मतदान केंद्रों को पिंक बूथ बना दिया गया है.
चार महत्वपूर्ण पद पर काम करेंगी महिलाएं :लोकसभा चुनाव 2024 के लिए प्रशिक्षण लेने वाले मतदान दलों के अधिकारियों को कोरबा जिले में निष्पक्ष, पारदर्शी निर्वाचन के लिए प्रेरित किया जा है. बूथ में सुरक्षाकर्मियों को छोड़कर मतदान पूरा कराने चार लोगों की जरूरत होती है. महिला पीठासीन अधिकारी, मतदान अधिकारी एक, दो और तीन. इन्हीं चार के कंधों पर निर्वाचन कार्य पूर्ण कराने की जवाबदेही होती है. चुनाव प्रक्रिया किस तरह से संबंध करनी है, इसके लिए मास्टर ट्रेनर मतदान दलों को ट्रेनिंग देते हैं. यह चरणबद्ध तरीकों पर आधारित प्रक्रिया है. ईवीएम से मतदान कराने के अलावा आवश्यक प्रपत्रों को सही-सही भरने के विषय में जानकारी होना बेहद जरूरी है. कोरबा विधानसभा में बनाए जा रहे पिंक बूथ के लिए महिला मतदानकर्मियों को ट्रेनिंग दी जा रही है. पहले चरण की ट्रेनिंग के बाद दूसरे और तीसरे चरण की ट्रेनिंग होनी है. जिसे लेकर महिलाएं काफी उत्साहित है.
बहुत ही गर्व की बात है कि हमें इतनी बड़ी जिम्मेदारी मिली है. चैलेंजिंग रहेगा -सुब्रता वांटू, व्याख्याता
पिंक बूथ के लिए महिलाओं की ट्रेनिंग
पहली ट्रेनिंग है. ईवीएम के बारे में सीखा. पहले डर लग रहा था लेकिन अब कॉन्फिडेंस आ रहा है.-यमुना पटेल, व्याख्याता