धनबादः लोकसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा हो चुकी है. धनबाद लोकसभा सीट को बीजेपी का गढ़ माना जाता है. पीएन सिंह यहां से लगातार तीन बार सांसद रहे. इसके पूर्व वो तीन बार विधायक भी रहे चुके हैं. जनता का आपार स्नेह और प्यार उन्हें मिला है. हालांकि इस बार अभी तक धनबाद से बीजेपी ने प्रत्याशी के नाम की घोषणा नहीं की है. एक नजर डालते हैं उनके कार्यकाल पर.
धनबाद लोकसभा में कुल छह विधानसभा है. जिसमें बोकारो, चंदनकियारी, सिंदरी, निरसा, धनबाद और झरिया शामिल है. सांसद पीएन सिंह के प्रतिनिधि नितिन भट्ट ने कहा कि 1995 में पीएन सिंह ने पहली बार विधायक का चुनाव लड़ा. लोगों ने अपार समर्थन दिया, पहली बार तीन से चार हजार मत से चुनाव जीते. साल 2000 के विधानसभा चुनाव में 42 हजार मत से जीत दर्ज की. तीसरी बार ऐतिहासिक मतों से जीत हासिल की.
साल 2009 में पीएन सिंह को सांसद की सीट पर चुनाव लड़ने का मौका मिला. पार्टी की टिकट मिलने के बाद वह चुनाव लड़े. कांग्रेस के दिग्गज कहे जाने वाले ददई दुबे को उन्होंने धनबाद लोकसभा सीट से हराने का काम किया. साल 2014 लोकसभा चुनाव में वह फिर से विजय हुए. 2019 के हुए लोकसभा चुनाव में उन्होंने पूरे पूर्वांचल में ऐतिहासिक जीत दर्ज की.
नितिन भट्ट ने कहा कि पहले जनता और जनप्रतिनिधि की काफी दूरी रहती थी. उस दूरी को पीएन सिंह ने पाटने का काम किया है. कोई भी इनके आवास पर अपनी समस्याओं को लेकर मिल सकते हैं. उन्होंने कहा कि अपने क्षेत्र के विकास के लिए वह सदैव तत्पर रहे हैं. आज लोगों को मैथन जलापूर्ति का पानी मिल रहा है. यह सांसद पीएन सिंह की ही देन है. लोग पानी के लिए पहले परेशान रहते थे, बरमसिया ओवर ब्रिज और भूली मोड ओवर ब्रिज बनने के बाद लोगों की कठिनाई काफी कम हुई. इन दो क्षेत्र के लोग पहले काफी परेशान रहते थे. उन्हें आने-जाने में काफी कठिनाई होती थी.
बरसों से धनबाद में पासपोर्ट कार्यालय खोले जाने की मांग चल रही थी. लोगों को पासपोर्ट बनाने के लिए रांची जाना पड़ता था. पीएन सिंह ने धनबाद में पासपोर्ट कार्यालय स्थापित कराया. पासपोर्ट बनाने वाले लोगों को काफी राहत मिली है. पाइपलाइन के जरिए घर-घर तक गैस पहुंचने का काम चल रहा है. बहुत जल्दी यह काम पूरा हो जाएगा. लोगों को एलपीजी सिलेंडर के लिए इंतजार करने की जरूरत नहीं पड़ेगी. इंडियन स्कूल ऑफ माइंस को आईआईटी का दर्जा देने की वर्षों से मांग चल रही थी. आईएसएम को आईआईटी का दर्जा दिलाना के काम सांसद पीएम सिंह ने किया है.