नई दिल्ली:आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने रविवार को प्रधानमंत्री मोदी को दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले एनडीए शासित राज्यों में मुफ्त बिजली देने की चुनौती दी. उन्होंने कहा कि अगर पीएम ये मांग पूरी करते हैं तो वह भाजपा के लिए चुनाव में प्रचार करेंगे. इसके साथ उन्होंने 'जनता की अदालत' में भाजपा की "डबल इंजन" सरकारों पर राज्यों में विफल होने का आरोप लगाया.
केजरीवाल ने कहा, "मैं प्रधानमंत्री मोदी को फरवरी में दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले सभी 22 भाजपा शासित राज्यों में मुफ्त बिजली देने की चुनौती देता हूं. अगर वह ऐसा करते हैं, तो मैं भाजपा के लिए प्रचार करूंगा." केजरीवाल ने आगे भाजपा पर कटाक्ष करते हुए "डबल इंजन" मॉडल को "डबल लूट और डबल भ्रष्टाचार" करार दिया.
अरविंद केजरीवाल ने कहा, "एग्जिट पोल से पता चलता है कि हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में भाजपा के नेतृत्व वाली डबल इंजन सरकार खत्म होने वाली है. डबल इंजन का सिद्धांत पूरे देश में विफल हो गया है. एक इंजन जून में टूट गया था, जब उन्हें सिर्फ 240 सीटें मिलीं थी. अब दूसरा इंजन हरियाणा, जम्मू-कश्मीर, महाराष्ट्र और झारखंड में फेल हो जाएगा." उन्होंने आरोप लगाया कि दिल्ली में कोई लोकतंत्र नहीं है। यह एलजी के शासन में है." साथ ही केजरीवाल ने बस मार्शल और डेटा एंट्री ऑपरेटरों को हटाने के साथ-साथ दिल्ली में होमगार्ड के वेतन को रोकने का हवाला देते हुए भाजपा पर गरीब विरोधी होने का आरोप लगाया.
केजरीवाल ने आगे कहा कि लोगों को अब यह एहसास हो गया है कि 'डबल इंजन' मुद्रास्फीति, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार का पर्याय है. उन्होंने कहा, "जैसे-जैसे दिल्ली चुनाव नजदीक आएंगे, वे एक बार फिर डबल इंजन वाली सरकार की मांग करेंगे. लेकिन आपको उनसे पूछना चाहिए कि क्या हरियाणा में डबल इंजन वाली सरकार ने कुछ हासिल किया? उन्होंने 10 साल तक शासन किया, फिर भी मैंने अपने अभियान के दौरान देखा कि लोग भाजपा नेताओं को अपने गांवों में प्रवेश तक नहीं करने देना चाहते हैं."
भाजपा शासन की आलोचना: केजरीवाल ने उत्तर प्रदेश में भाजपा के शासन की आलोचना करते हुए कहा, "यूपी में सात साल से उनकी डबल इंजन वाली सरकार है, फिर भी वे हाल के चुनावों में केवल आधी सीटें ही जीत पाए हैं. मणिपुर उनके शासन में दो साल से जल रहा है. देश इस डबल इंजन प्रणाली से थक चुका है, इससे केवल लूट और भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिलता है.
भाजपा के चुनावी वादों पर सीधा प्रहार: केजरीवाल ने मतदाताओं से भाजपा के चुनावी वादों को चुनौती देने का आग्रह किया. उन्होंने कहा, "वे आपके घर आएंगे और वादा करेंगे कि वे वही सब करेंगे जो मैंने किया. लेकिन अगर ऐसा है, तो हमें उनकी क्या जरूरत है? उन्होंने 22 राज्यों पर शासन किया है, फिर भी हमने दिल्ली में शिक्षा को बदल दिया है. उनसे पूछिए, उन्होंने किस राज्य में स्कूलों में सुधार किया है? गुजरात में, जहां भाजपा एक दशक से अधिक समय से सत्ता में है, एक भी स्कूल अच्छी स्थिति में नहीं है."