कौशांबी : राम कथा के दौरान अराजकतत्वों ने धार्मिक ग्रंथ को फाड़ दिया. इससे हंगामा हो गया. हिंदूवादी संगठनों के सैकड़ों कार्यकर्ता मौके पर पहुंच गए. उन्होंने ईसाई मिशनरियों को घटना के लिए जिम्मेदार ठहराया. विवाद बढ़ने पर पुलिस ने तहरीर लेकर मुकदमा दर्ज कर लिया है. अभी तक किसी की गिरफ्तारी न होने पर लोगों में आक्रोश है.
हिंदूवादी संगठनों ने जल्द कार्रवाई के लिए उठाई आवाज. (Video Credit; ETV Bharat) मामला संदीपन घाट थाना क्षेत्र के बड़ेगांव का है. यहां शारदीय नवरात्र के मद्देनजर दुर्गा पूजा पंडाल में राम कथा चल रही है. शनिवार को कुछ अराजकतत्वों ने यहां रखे धार्मिक ग्रंथ को फाड़ दिया. घटना के बाद पंडाल में अफरातफरी मच गई. जानकारी मिलने पर हिंदूवादी संगठनों के सैकड़ों कार्यकर्ता पहुंच गए. आरोपियों पर तत्काल कार्रवाई को लेकर उन्होंने हंगामा करना शुरू कर दिया. हिंदुवादी नेताओं ने ईसाई मिशनरी से जुड़े लोगों को घटना के लिए जिम्मेदार ठहराया है.
पुलिस मौके पर पहुंच गई. मामले में आरोपियों पर जल्द कार्रवाई का आश्वासन देकर उन्हें शांत कराया. राम कथा वाचक प्रवीण कृष्ण दीक्षित ने बताया कि लोगों ने हमारी आस्था को ठेंस पहुंचाई है. जब तक आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हो जाती, तब तक वे राम कथा का पाठ नहीं करेंगे. वीएचपी के सहमंत्री वेद प्रकाश सत्यार्थी ने घटना को लेकर कड़ा ऐतराज जताया. पुलिस को चेतावनी देते हुए कहा कि थाना पुलिस ने अभी तक मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं की है. यह पुलिस की लापरवाही है. अगर 24 घंटे के अंदर सभी आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया गया तो वह सड़कों पर उग्र प्रदर्शन के लिए मजबूर होंगे.
क्षेत्राधिकारी चायल मनोज कुमार सिंह रघुवंशी ने बताया कि राम कथा के दौरान धार्मिक ग्रंथ फाड़ने के मामले में संदीपन घाट पुलिस ने तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया है. मामले की छानबीन की जा रही है. जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. मौके पर शांति व्यवस्था कायम है.
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