करनाल:हरियाणा में लोकसभा चुनाव के साथ ही करनाल विधानसभा उपचुनाव भी 25 मई को होगा. दरअसल, करनाल से पूर्व विधायक मनोहर लाल ने सीएम पद से इस्तीफा दिया था. जिसके बाद करनाल विधानसभा खाली हो गई थी. मनोहर लाल के बाद नायब सैनी को मुख्यमंत्री बनाया गया और नियमानुसार उनके मुख्यमंत्री पद पर बने रहने के लिए दोबारा चुनाव कराया जा रहा है. सभी सियासी पार्टियों ने अपने-अपने प्रत्याशियों को मैदान में उतारा है. तो आइए करनाल विधानसभा पर बन रहे समीकरण पर इस रिपोर्ट के जरिए एक नजर डालते हैं.
9 प्रत्याशियों की होगी टक्कर: करनाल विधानसभा के उपचुनाव के लिए नामांकन वापस लेने के अंतिम दिन वीरवार को करनाल विधान सभा-21 क्षेत्र के लिए 13 उम्मीदवारों में से अब 9 उम्मीदवार चुनाव मैदान में रह गए हैं. तथा एक निर्दलीय प्रत्याशी प्रवेश कुमार ने अपना नामांकन पत्र वापस लिया है. जबकि 3 प्रत्याशियों के नामांकन पत्र जांच पड़ताल के दौरान रद्द हो गए थे. करनाल विधानसभा सीट पर उपचुनाव मतदान 25 मई को होगा.
कौन सी पार्टी से कौन है प्रत्याशी ?: करनाल विधानसभा क्षेत्र के रिटर्निंग अधिकारी एवं एसडीएम अनुभव मेहता ने बताया कि मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय व राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों में भारतीय जनता पार्टी के नायब सिंह, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से तरलोचन सिंह, जन नायक जनता पार्टी से राजिंद्र का नाम शामिल है. इसी प्रकार से पंजीकृत राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों में (मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय व राजनीतिक दलों से भिन्न) राष्ट्रीय गरीब दल से तिलक राज सिंगला, राष्ट्रीय मजदूर एकता पार्टी से रोहताश, पीपल्स पार्टी ऑफ इंडिया(डेमोक्रेटिक) से सुरेश कुमार का नाम चुनाव लडऩे वालों में शामिल है. इसी प्रकार से निर्दलीय उम्मीदवारों में राजेन्द्र आर्य दादुपुर, शमशेर सिंह नैन तथा सुरेश कुमार का नाम शामिल है. इन सभी निर्दलीय प्रत्याशियों को चुनाव चिन्ह भी दिए जा चुके हैं. करनाल विधानसभा में इंडियन नेशनल लोकदल पार्टी द्वारा कोई भी प्रत्याशी नहीं उतारा गया है.
कौन सी जाति का ज्यादा वोट बैंक:आंकड़ों के अनुसार करनाल विधानसभा सीट 258361 मतदाता है. जिसमें सबसे ज्यादा वोट पंजाबी, खत्री और अरोड़ा जाति की करीब 62 हजार वोट है. वहीं, अग्रवाल समाज की अगर बात करें तो उनकी करीब 21000 वोट है. जबकि रविदासिया समाज की करनाल विधानसभा में करीब 19000 वोट है. ब्राह्मण समाज की करीब 18000 वोट है, रोड समाज की करीब 25000 वोट है. जाट समाज की करीब 11000 वोट हैं. जाट सिख समाज की करीब 10000 वोट है. वाल्मीकि कश्यप और राजपूत समाज के करीब 9 -9 हजार वोट है, तो वही सैनी समाज की करीब 5800 वोट है. गडरिया समाज की करीब 6500 वोट है. गुर्जर और कंबोज की करीब 5-5 हजार वोट है. बाकी अन्य जाति है. यह करनाल विधानसभा की मुख्य जातियां हैं, जिसमें सबसे ज्यादा पंजाबी जाति का वोट बैंक है. तो इनमें सबसे कम करीब 5800 सैनी समाज का वोट बैंक है. बाकी अन्य बिरादरियों की वोट है.