रांची:3 मार्च को कल्पना सोरेन का जन्मदिन है, ऐसे में रविवार की दोपहर वे अपने पति से मिलने के लिए रांची के बिरसा मुंडा जेल पहुंची. आवश्यक कार्य के बाद वह अपने पति हेमंत सोरेन से मिली और उनसे शुभकामनाएं लीं. हेमंत सोरेन की तरफ से कल्पना सोरेन को जन्मदिन के अवसर पर जेल में एक गुलदस्ता भी दिया गया.
हेमंत सोरेन से मुलाकात के बाद कल्पना सोरेन ने एक पर पोस्ट करते हुए यह लिखा है कि 'आज मेरे जन्मदिन के अवसर पर हेमंत जी से जेल में मुलाकात की. हेमंत की तरफ से अप्रीतम पुष्प गुच्छ भी उन्हें मिला है.' कल्पना ने ये भी अभी लिखा है कि '18 वर्षों में यह पहला अवसर है जब जन्मदिन के अवसर पर हेमंत जी परिवार के साथ नहीं हैं.' कल्पना ने केंद्र की भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए लिखा है कि 'केंद्र की भाजपा सरकार के षड्यंत्र की वजह से भले ही हेमंत जी को अपनी जनता से दूर हुए एक महीने से अधिक हो गए हैं. लेकिन जेल में रहने के बावजूद भी हेमंत सोरेन हरपल झारखंड और झारखंडियों के बारे में ही सोचते रहते हैं.'
कल्पना सोरेन के अनुसार 'अगर भाजपा को लगता है कि एक झारखंडी योद्धा को षड्यंत्र के तहत परेशान करने की उनकी कोशिश कामयाब हो गयी है, तो यह उनकी बहुत बड़ी और भारी भूल है. हेमंत जी का संघर्ष, हेमंत जी का आत्मविश्वास, हेमंत जी का राज्यवासियों के प्रति अविचल प्रेम और समर्पण को देख झारखंड का हर घर एक ही उद्घोष कर रहा है, कि हेमंत है तो विश्वास है हेमंच है तो हिम्मत है.'
रांची जमीन घोटाले मामले में गिरफ्तार हुए है हेमंत
गौरतलब है कि 31 जनवरी को रांची जमीन घोटाले मामले में राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ईडी ने गिरफ्तार किया था. गिरफ्तारी के बाद उन्हें ईडी के विशेष अदालत में पेश किया गया था. गिरफ्तारी के बाद हेमंत सोरेन 20 दिनों तक ईडी के रिमांड पर भी रहे. बड़गाई अंचल के राजस्व कर्मी भानु प्रताप प्रसाद ने के जरिये ही जमीन घोटाले की साजिश रची गई थी. ईडी ने कोर्ट को बताया है कि भानु के मोबाइल से ही हेमंत सोरेन के द्वारा अवैध तरीके से अर्जित जमीन की जानकारी मिली, मोबाइल से कई चैट, डाटा, कैश ट्रांजेक्शन की जानकारी मिलने की बात भी ईडी ने कोर्ट को बताया है. मोबाइल में ही हेमंत सोरेन के कब्जे वाली 8.50 एकड़ जमीन की इमेज मिली थी.
ईडी ने यह बताया है कि इस जमीन का फिजिकल वेरिफिकेशन स्वयं भानु प्रताप प्रसाद ने सीओ के आदेश पर किया था, यह आदेश भी सीएम ऑफिस के द्वारा दिया गया था. भानु प्रताप ने पद पर रहते हुए संपत्ति की नोटिंग की थी, जिसमें उसने पूरी जमीन में तीन प्लांट को गैर भूईंहरी, बकाश्त भूईंहरी और रैयती प्रकृति का लिखा था. ये पूरी जमीन एक ही बाउंड्री के अंदर थी. इसी के बाद हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी की गई. वही पूरा मुख्यमंत्री के करीबी विनोद कुमार सिंह के मोबाइल से भी रांची जमीन घोटाले से संबंधित कई दस्तावेज बरामद किए गए हैं.