गिरिडीह: पूर्व सीएम हेमंत सोरेन की जीवन संगिनी कल्पना सोरेन ने राजनीतिक जीवन में पर्दापण कर लिया है. गिरिडीह की धरती से उन्होंने झारखंड मुक्ति मोर्चा का झंडा लहराया. यहां पार्टी के 51वें स्थापना दिवस समारोह में वह मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन, मंत्री हफिजुल अंसारी, मंत्री बेबी देवी, विधायक सुदिव्य कुमार के साथ मौजूद रहीं और यहीं से राजनीति का शंखनाद भी किया.
यहां कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कल्पना ने केंद्र सरकार पर सीधा हमला बोला. कहा कि सूबे में जब से हेमंत सोरेन के नेतृत्व में सरकार बनी तभी से दिल्ली में बैठी केंद्र की सरकार ने साजिश रचना शुरू कर दिया. जैसे तैसे जन जन के नेता हेमंत सोरेन को फंसाने की साजिश रची जाने लगी. केंद्र की मोदी सरकार झारखंडियों की अस्मिता के रक्षक हेमंत को झुकाने पर अड़ी रही. हेमंत ने झारखंड की अस्मिता बचाने के लिए झुकना वाजिब नहीं समझे तो उन्हें जेल में डाल दिया गया. कहा कि कल रविवार को अपने जन्मदिन पर वह जेल गई और हेमंत से मिलीं. हेमंत ने उनके कांधे पर हाथ रखा और कहा कि हिम्मत नहीं हारना है. हेमंत ने कहा कि उन्हें जेल भेजा गया है वे अभी जीवित हैं. हमें केंद्र की दमनकारी नीति से लड़ना होगा.
एक-एक वोट से चुकाई जाएगी कीमत
कल्पना ने जोहार के साथ अपने भाषण की शुरुआत की. बोली हेमंत की गिरफ्तारी से झारखंड की एक एक जनता गुस्से में है. इस गुस्से को दबाना है और एक एक वोट से केंद्र की सरकार को जवाब देना है.
भाषण देने के दौरान कल्पना सोरेन भावुक हो गई. कल्पना के भावुक होते ही लोगों ने समर्थन में नारा लगाना शुरू कर दिया. मौजूद भीड़ ने कहा जेल का ताला टूटेगा, हेमंत सोरेन छूटेगा. इसके आलावा कल्पना ने लोगों के इस समर्थन पर धन्यवाद दिया.
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