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उत्तर बस्तर कांकेर में जंगल वॉरफेयर कॉलेज, देश के यंग जेनरेशन को मिल रही फ्री ट्रेनिंग

जंगल में वॉरफेयर कॉलेज जहां नक्सलियों से लोहा लेने की ट्रेनिंग दी जाती है. फोर्स की नौकरी के लिए यहां यूथ ले रहे ट्रेनिंग

JUNGLE WARFARE COLLEGE
जंगल वॉरफेयर कॉलेज (ETV BHARAT)

By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Nov 9, 2024, 9:43 PM IST

Updated : Nov 10, 2024, 3:30 PM IST

कांकेर: नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई की ट्रेनिंग देने वाला देश का सबसे बड़ा ट्रेंनिग सेंटर जंगल वॉरफेयर कॉलेज है. यहां इन दिनों प्रदेश और कांकेर जिले के अंदरुनी क्षेत्रों के युवक युवतियों को निःशुल्क ट्रेनिंग दी जा रही है ताकि वे देश सेवा के लिए आर्मी और पुलिस में भर्ती हो सकें. पिछले 8 महीने से जंगलवार कॉलेज में निःशुक्ल ट्रेंनिग दी जा रही है. कांकेर जिले के अलावा प्रदेश के अन्य जिलों के युवक युवतियां भी ट्रेंनिग लेकर भर्ती की तैयारियां कर रहे हैं.

नौकरी की तलाश कर रहे युवाओं के लिए शानदार पहल: छत्तीसगढ़ में आज भी बहुत से युवाओं को नौकरियों की तलाश है. युवा विभिन्न प्रतियोगी परीक्षा सहित अन्य भर्ती प्रक्रियाओं से गुजर रहे हैं, लेकिन बेहतर मार्गदर्शन नहीं मिलने के कारण युवा पिछड़ते जा रहे है. आर्थिक तंगी, संसाधनों की कमी इनकी नौकरियों के बीच रोड़ा बनती जा रही है. ऐसे में युवाओं की हौसला अफजाई के लिए जंगलवार वॉरफेयर कॉलेज में निशुल्क ट्रेनिंग दी जा रही है.

जंगल वॉरफेयर कॉलेज में फ्री ट्रेनिंग (ETV BHARAT)

ग्रामीण इलाकों के युवाओं को मिल रही फ्री ट्रेनिंग: ग्रामीण इलाकों के युवा पुलिस, आर्मी, अग्निवीर जैसे जगहों पर पहुंच कर देश की सेवा करना चाहते हैं. इनके पास तैयारी करने के लिए बेहतर ग्राउंड सहित अन्य संसाधन नहीं हैं. सुविधा नहीं मिलने के कारण ये बार-बार चूक जाते हैं. ऐसे में युवाओं के सपनों को साकार करने के लिए जंगल वॉरफेयर कॉलेज ने यह कदम उठाया है. खास बात यह है कि जवान कॉलेज के ग्राउंड और संसाधनों का इस्तेमाल कर युवाओं को ट्रेनिंग दे रहे हैं.

कितने नौजवानों को हुआ फायदा ? : जंगल वॉरफेयर कॉलेज में पदस्थ डीएसपी अमर सिंह कुर्रे ने बताया कि जंगलवार कॉलेज में बहुत से जवान ट्रेनिंग के लिए पहुंचते हैं. बस्तर फाइटर के जवानों ने भी यहीं से ट्रेनिंग ली. आज वह नक्सलियों से लोहा ले रहे हैं. बस्तर फाइटर के जवानों को ट्रेनिंग के दौरान जवानों को आर्थिक परेशानियों से जूझते देखा गया. इसलिए सोचा कि क्यों ना ऐसे युवाओं को भी ट्रेन किया जाए जो आर्थिक रूप से कमजोरी के कारण भर्ती प्रक्रियाओं से वंचित हो जाते हैं.

पहले कुछ युवा आगे आए और अब लगभग 150 से ज्यादा ग्रामीण इलाकों के युवा यहां पहुंच रहे हैं-अमर सिंह कुर्रे, डीएसपी, जंगलवार कॉलेज

भर्ती प्रक्रिया की जानकारी नहीं थी. लेकिन यहां जब से पहुंचे हैं, तब से भर्ती प्रक्रिया की हर बारीकियों को समझ रहे हैं. रोजाना यहां पहुंचकर ट्रेनिंग ले रहे हैं-अनिल यादव, निवासी, इमलीपारा गांव

ट्रेनिंग ले रहे युवा खुश: नक्सल प्रभावित आमाबेड़ा से पहुंचे युवा अमित कुमार का कहना है कि मेरे पास भर्ती की तैयारी करने ग्राउंड नहीं था. यहां उसी तरह से ट्रेनिंग दी जा रही है, जिस तरह भर्ती प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है. जवान अपने खुद के सामानों का इस्तेमाल कर ट्रेनिंग देकर तैयार कर रहे हैं.आतुरगांव की एक युवती ने बताया कि प्रैक्टिस के लिए ग्राउंड नहीं है. सड़क में दौड़ा करती थीं. लेकिन अब बेहतर प्रशिक्षण मिल रहा है.

ट्रेनिंग लेने में युवतियां भी नहीं पीछे: वहीं बिरेश्वरी कुर्रे ने बताया, मैंने और 3 अन्य लोगों ने इसी जंगलवार कॉलेज से निःशुल्क ट्रेनिंग लेकर एसआई भर्ती की परीक्षा दी थी. जिसमें मेरा व एक अन्य का सिलेक्शन हुआ है. जिसे देकर अन्य युवा भी सामने आ रहे है. अब युवा रोजाना यहां पहुंच कर निःशुल्क ट्रेनिंग ले रहे हैं.

बीते 6 महीने से चल रही ट्रेनिंग: पिछले 6 महीनों से बस्तर में नक्सल मोर्चे पर लगातार सफलताएं मिल रही है. इसी जंगल वॉरफेयर कॉलेज से बस्तर फाइटर में भर्ती हुए जवानों ने गुरिल्ला वार की ट्रेंनिग ली है. अब बस्तर फाइटर के जवान बस्तर के बीहड़ों में नक्सलियों से लोहा ले रहे हैं और लगातार नक्सल ऑपरेशन में सफलताएं मिल रही है. इस ट्रेंनिग सेंटर से कई आईएस, आईएफएस ने ट्रेनिंग लिया है. महिला कमांडों से लेकर कई जवान यहां ट्रेनिंग लेकर तैयार हुए हैं और देश सेवा में लगे हुए हैं.

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Last Updated : Nov 10, 2024, 3:30 PM IST

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