नई दिल्ली:जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के एक छात्र संगठन ने सोमवार को एक पोस्टर वितरित किया, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आधारित प्रतिबंधित डॉक्यूमेंट्री दिखाने की घोषणा की गई थी. इसके बाद जेएनयू प्रशासन ने एक एडवाइजरी जारी की. एडवाइजरी में कहा गया है कि संबंधित छात्रों को सलाह दी जाती है कि वे ऐसी सभी गतिविधियों से बचें, अन्यथा विश्वविद्यालय के नियमों के अनुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी.
सोशल मीडिया के जरिए प्रसारित पोस्टर में लिखा गया है कि जामिया मिलिया इस्लामिया पर 2019 में दिल्ली पुलिस के हमले की याद में, ऑल इंडिया स्टूडेंट फेडरेशन (एआईएसएफ) जेएनयू 17 दिसंबर को रात 9 बजे बीबीसी डॉक्यूमेंट्री इंडिया: द मोदी क्वेश्चन की स्क्रीनिंग कर रहा है. इसमें यह भी बताया गया है कि स्क्रीनिंग कैंपस के गंगा ढाबा पर होगी.
वहीं, जेएनयू छात्र संघ (जेएनयूएसयू) के अध्यक्ष धनंजय ने अब छात्रों की राय व्यक्त करने की इच्छा का समर्थन किया. उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि कैंपस में ऐसे मामलों पर आलोचनात्मक विश्लेषण के लिए स्थान होना चाहिए. डॉक्यूमेंट्री पर प्रतिबंध क्यों होना चाहिए. इस पर चर्चा होनी चाहिए और विश्वविद्यालय को इसे सुविधाजनक बनाना चाहिए. अगर स्क्रीनिंग के दौरान कोई समस्या आती है, तो हम छात्रों के साथ खड़े रहेंगे.