रांची: झारखंड में विधानसभा चुनाव की तिथियों की अभी घोषणा नहीं हुई है, लेकिन नेताओं के बीच बयानों के बाण चलने लगे हैं. सोमवार को परिवर्तन यात्रा का शुभारंभ करने खूंटी आये भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा पर झारखंड मुक्ति मोर्चा ने एक्सटेंडेड अध्यक्ष कहकर तंज कसा है. झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय कैंप कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन कर पार्टी के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि विधानसभा चुनाव में भी जेपी नड्डा खूंटी आकर इतना बड़ा गड्ढा खोद गए थे कि केंद्रीय मंत्री रहते अर्जुन मुंडा चुनाव हार गए थे. आज जेपी नड्डा उसकी पुनरावृति कर गए हैं.
वहीं रांची में पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक के बाद मीडिया से रूबरू हुए केंद्रीय महासचिव और कोषाध्यक्ष विनोद पांडेय ने परिवर्तन यात्रा के दौरान बड़ी संख्या में झारखंड पहुंच रहे भाजपा नेताओं को झुंड बताते हुए यह कह दिया कि शेर अकेला चलता है और भेड़िया झुंड में चलते हैं.
आदिवासी प्रेम और अस्मिता की बात न करें नड्डा
झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने आज खूंटी में आदिवासी अस्मिता की बात कही,यह उनके मुंह से शोभा नहीं देता है. भाजपा इस बात का जवाब दें कि राज्य बनने के बाद अधिकतर समय झारखंड में भाजपा की सरकार रहने के बावजूद हेमंत सोरेन को 2023 में आदिवासी दिवस क्यों मनाना शुरू करना पड़ा.जबकि बाबूलाल मरांडी, अर्जुन मुंडा, अब उनके साथी बने मधु कोड़ा,रघुवर दास इस राज्य के मुख्यमंत्री रहे.
पहाड़ी को खोद कर कोयला अपने मित्र की कंपनी को दे दिया
झामुमो नेता ने कहा कि भाजपा आदिवासियों की हितैषी नहीं है. उसने अपने शासनकाल में सुंदर पहाड़ी को खोदकर वहां का कोयला निकाल कर अपने मित्र के पावर हाउस को दे दिया और वहां से बिजली बांग्लादेश चली जाती है, झारखंड को क्या मिलता है. इसका जवाब भाजपा दे. झामुमो नेता ने भाजपा पर राष्ट्रपति पद पर विराजमान द्रौपदी मुर्मू को बार-बार आदिवासी होने और उनको राष्ट्रपति बनाने की बात कहकर इस पद को भी मुद्दा और राजनीतिक एजेंडा बना दिया.